फिरोजपुरः 18 साल के युवक पर बेरहमी से पिटाई करने का मामला सामने आया है। जिसमें परिवार ने पुलिस पर अत्याचार करने के आरोप लगाए है। परिवार का कहना है कि उनके बेटे को झूठे केस में फंसाया जा रहा है। बेटे का केवल इतना दोष था कि उसने डमी प्लास्टिक की पिस्टल के साथ फोटो खिंचवाई थी और शौक के लिए सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी। परिवार ने पुलिस पर जबरदस्ती उनके बेटे को स्मगलर बनाने का दबाव डालने के आरोप भी लगाए है। परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है। घायल युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मामला फिरोजपुर के कस्बा ममदोट के गांव गट्टि मटर का है। जहां युवक अजे कुमार ने सोशल मीडिया पर अपनी प्लास्टिक की डमी पिस्टल के साथ एक तस्वीर पोस्ट की थी। जिसके बाद पुलिस उसे पकड़कर अपने साथ ले गई। पुलिस पहले उसे गुरु हरसहाई थाने ले गई जहां, पिटाई की। जिसके बाद उसे थाना लाखोके में बंद कर दिया गया और वहां भी उसके साथ पिटाई होती रही। विधायक ने इस मामले पर पुलिस से संपर्क किया तो पुलिस ने युवक को छोड़ दिया। युवक के अनुसार पुलिस लगातार उसके साथ पिटाई करती रही और उसे जबरदस्ती पाकिस्तान को स्मगलिंग करने के आरोप स्वीकार करने के लिए दबाव डालती रही।
परिवार ने इंसाफ की गुहार लगाते कहा कि जिन पुलिस वालों ने उनके बच्चे को अवैध हिरासत में रखकर उसकी पिटाई की, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। पूरा मामला पंचायत चुनावों से जुड़ा है, क्योंकि उनकी भाभी पंचायत चुनाव जीतकर सरपंच बनी थी, जिससे कुछ लोग खुश नहीं थे। उन्होंने साजिश रचकर पुरानी फोटो को दोबारा वायरल किया और ये सारा षड़यंत्र रचा गया। इस मामले में कोई भी पुलिस अधिकारी कैमरे के सामने बोलने के लिए तैयार नहीं है और जांच की बात कही जा रही है।