अमृतसरः बीती देर रात NSG और पंजाब पुलिस की ओर से अमृतसर सहित पंजाब के कई संवेदनशील और महत्वपूर्ण स्थानों पर बड़े स्तर की मॉक ड्रिल की गई। इस रिहर्सल का मुख्य उद्देश्य राज्य में सुरक्षा तैयारियों की जांच करना और किसी भी संभावित आपात या आतंकवादी स्थिति में तात्कालिक और प्रभावी कार्रवाई करने की क्षमता का परीक्षण करना था।
अमृतसर के प्रसिद्ध दुर्ग्याणा तीर्थ के अंदर और बाहर NSG कमांडो और पंजाब पुलिस की टीमों ने मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन, प्रतिक्रिया, भीड़ प्रबंधन और क्षेत्र की सुरक्षा के मानकों का अभ्यास किया। मंदिर के आसपास अचानक बढ़ी हलचल के कारण कुछ समय के लिए स्थानीय लोगों में चर्चा जरूर बनी, पर अधिकारियों ने तुरंत स्पष्ट किया कि यह एक रूटीन सुरक्षा रिहर्सल है।
मीडिया से बातचीत के दौरान ADCP जगजीत सिंह वालिया ने बताया कि NSG द्वारा देश के हर हिस्से में इस तरह की मॉक ड्रिलें की जाती हैं, जिनका उद्देश्य केवल सुरक्षा तैयारियों को और बेहतर बनाना होता है। उन्होंने लोगों को कहा कि चिंता करने की कोई बात नहीं है, क्योंकि यह सारा अभ्यास पहले से निर्धारित प्रोटोकॉल का हिस्सा है। ADCP वालिया ने यह भी स्पष्ट किया कि ये ड्रिलें सिर्फ दुर्ग्याणा मंदिर तक सीमित नहीं थीं।
अमृतसर के अन्य महत्वपूर्ण स्थलों के साथ–साथ पंजाब के विभिन्न शहरों में भी इस तरह की रिहर्सल एक ही समय में की गई। लोगों में फैल रही बेबुनियाद अफवाहों के बारे में उन्होंने अपील की कि किसी भी गलत या अप्रमाणित जानकारी पर विश्वास न किया जाए और केवल आधिकारिक सूत्रों पर ही भरोसा किया जाए। उन्होंने जानकारी दी कि पूरे इलाके में पूरी तरह शांति है और इस अभ्यास से भविष्य में किसी भी अचानक खतरे का सामना करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों की तैयारी और मजबूत की जा रही है।