अमृतसरः जिले में टॉयोटा कार एजेंसी के बाहर आज उस समय तनावपूर्ण माहौल बन गया, जब एक एनआरआई ग्राहक लखविंदर सिंह ने किसानों के संघों के सहयोग से रोष प्रदर्शन शुरू कर दिया। लखविंदर सिंह का आरोप है कि उनकी 47 लाख की नई फॉर्च्यूनर को उन्होंने 11 महीने पहले नगदी खरीदा था। आरोप है कि कार पानी में डूबने के बाद लगभग पूरी तरह क्षतिग्रस्त” हो चुकी है, लेकिन इंश्योरेंस कंपनी क्लेम देने से इंकार कर रही है। लखविंदर सिंह ने बताया कि वह स्वयं 11 साल से मैकेनिक का काम करते हैं।
उन्होंने अपनी गाड़ी खोलकर जांच की और इसमें मोटर से लेकर इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम तक गंभीर नुकसान सामने आया। उनका कहना है कि गाड़ी की सर्विस और इंश्योरेंस उन्होंने टॉयोटा एजेंसी पर भरोसा करके करवाई थी और उस समय उन्हें “हर तरह का कवर” देने की गारंटी दी गई थी। लखविंदर सिंह ने दावा किया कि गाड़ी मेन रोड पर पानी में फँस गई थी और इसका किसी तरह का लापरवाह रवैये से कोई लेना–देना नहीं था।
इंश्योरेंस कंपनी द्वारा क्लेम रिजेक्ट करने का कारण “अंडरपास में गाड़ी चलाना” बताया जा रहा है। दूसरी ओर, टॉयोटा एजेंसी के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि उनकी जिम्मेदारी केवल रिपेयर और अनुमान बनाना तक सीमित है। उन्होंने कहा कि क्लेम को मंजूर या रिजेक्ट करने का पूरा अधिकार इंश्योरेंस कंपनी के पास होता है, और उन्होंने अपनी ओर से क्लेम प्रोसेस कर दिया था। किसान संघों ने धरना जारी रखते हुए चेतावनी दी है कि जब तक गाड़ी मालिक को न्यायिक हल नहीं मिलता, वे स्थल से नहीं हटेंगे।