बठिंडाः दिल्ली में किसानों के धरने के दौरान किसानों के खिलाफ महिलाओं के बारे में टिप्पणी करने के आरोप के तहत मानहानी (मानहानि) के मुक़दमे का सामना कर रही फ़िल्म अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही। दरअसल, आज पंजाब के बठिंडा कोर्ट में मानहानि केस में पेशी थी, लेकिन अभिनेत्री अदालत में पेश नहीं हुईं। अदालत को कंगना के वकील ने सुरक्षा का हवाला देकर अभिनेत्री के पेश होने के लिए छूट देने की मांग की।
अब इस मामले में कोर्ट ने कंगना के खिलाफ चार्ज फ्रेम कर दिए हैं। अदालत के बाहर मीडिया से बातचीत में शिकायतकर्ता बुजुर्ग महिला महिंदर कौर के वकील बहनीवाल ने कहा कि सांसद कंगना हर जगह पर्याप्त सुरक्षा के साथ जाती हैं, ऐसे में सुरक्षा का हवाला देकर पेशी से छूट मांगना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि यह मामला गंभीर है और कंगना को न्यायिक प्रक्रिया में पूर्ण सहयोग करना चाहिए।
कंगना रनौत के खिलाफ बठिंडा की बुजुर्ग महिला महिंदर कौर ने मानहानि का केस दर्ज कराया था। इस मामले में 27 अक्तूबर को कंगना रनौत बठिंडा अदालत में पेश भी हुई थी। आज मामले की सुनवाई के दौरान पेश न होने पर महिंदर कौर के वकील ने इसका विरोध जताया और अदालत के सामने पक्ष रखा। बताया जा रहा है कि इस मुक़दमे में निजी पेशी से छूट की मांग वाली उनकी दायर अर्ज़ी पर अदालत ने कोई फ़ैसला नहीं दिया।
अब मामले की अगली सुनवाई 4 दिसंबर को होगी। बुजुर्ग महिला महिंदर कौर के पति लाभ सिंह ने कहा कि वे किसी भी कीमत पर कंगना को माफी नहीं देंगे। वह अदालत में लड़ाई लड़ेंगे और आखिर तक कंगना के खिलाफ डटे रहेंगे। बता दें कि यह मामला साल 2020-21 के किसान आंदोलन से जाकर जुड़ता है। दरअसल, कंगना रनौत ने एक री-ट्वीट किया था। इसमें बठिंडा जिले के एक गांव की रहने वाली महिला महिंदर कौर को लेकर टिप्पणी की थी। कंगना ने एक ट्वीट में महिंदर कौर की तुलना शाहीन बाग आंदोलन की बुजुर्ग महिला बिलकिस बानो से की थी।