अमृतसरः पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री और अजनाला से विधायक कुलदीप सिंह धालीवाल ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के उस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है जिसमें उन्होंने कहा था कि पंजाब में बाढ़ का मुख्य कारण अवैध खनन है। धालीवाल ने कहा कि केंद्रीय मंत्री शिवराज चौहान का बयान पूरी तरह से गलत और निराधार है। पंजाब सरकार ने नदियों को खाली करने के लिए कई बार केंद्र से आवेदन किया, लेकिन कोई अनुमति नहीं मिली। केंद्र ने न तो नदी की सफाई के लिए कोई कदम उठाया और न ही कोई धनराशि जारी की।
उन्होंने कहा कि अजनाला रावि के किनारें पर बसा है और उनका चैलेंज है कि वह बताए कि रावि में कहा से माइनिंग की गई है। वहां हर वक्त बीएसएफ तैनात रहती है और वहां माइनिंग हो ही नहीं सकती है। कई बार बीएसएफ से एनओसी मांगी थी कि हमें नदी की डीसर्टिंग (सफाई) की जाने की परमिशन दी जाए। उन्होंने ब्रिगेडियर से मीटिंग की थी जिसके बाद उन्होंने परमिश दी थी कि आप नदी की सफाई करवा सकते हैं। उसका टैंडर अभी लगा हुआ है और अक्तूबर तक वह सफाई की जाएगी, परन्तु मंत्री शिवराज चौहान का कहना कि वहां अवैध माइनिंग हुई है बिल्कुल गलत है। वह साबित करें, कि बीएसएफ के होते हुए माइनिंग कैसे हो सकती है। हमें तो वहां सफाई की परमिशन ही बड़ी मुश्किल से मिली है। ऐसे बयानों से लगता है कि भाजपा पंजाब को कुछ भी देने के हक में नहीं है और वह पंजाब के साथ धक्का करने पर तुली हुई है।
धालीवाल ने दावा किया कि 7 महीने पहले 170 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन अभी तक एक भी पैसा नहीं मिला है। उन्होंने भाजपा पर पंजाब के साथ धक्का करने का आरोप लगाया। धालीवाल ने केंद्र से मांग की कि पंजाब का बकाया 60,000 करोड़ रुपये जल्द जारी किया जाए ताकि बाढ़ प्रभावित इलाकों तक मदद पहुंच सके।