अमृतसरः श्री अकाल तख्त साहिब में ऑपरेशन ब्लू स्टार की 41वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। दमदमी टकसाल सहित कई सिख संगठनों के मुखिया और संगत श्री अकाल तख्त साहिब में पहुंच चुकी है। वहीं सुरक्षा को लेकर श्री दरबार साहिब और श्री अकाल तख्त साहिब के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं। बरसी के दौरान श्री अकाल तख्त साहिब में अखंड पाठ साहिब के भोग डाले गए।
विभिन्न निहंग जत्थेबंदियों और सिख सभाओं ने श्रद्धांजलि समारोह में भाग लिया। इस दौरान श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार कुलदीप सिंह के विरोध की संभावना है। बता दें कि दमदमी टकसाल ने ज्ञानी कुलदीप सिंह को अकाल तख्त का जत्थेदार बनाने से इनकार कर दिया था और स्पष्ट कर दिया था वहीं ऑपरेशन ब्लू स्टार में मारे गए परिवारों के सदस्य ज्ञानी कुलदीप सिंह से सम्मान स्वीकार नहीं करेंगे। लेकिन हरनाम सिंह खालसा सहमत नहीं हुए। आज, ऑपरेशन ब्लू स्टार की 41वीं वर्षगांठ पर श्री अकाल तख्त साहिब से जत्थेदार कुलदीप सिंह गड़गज ने कौम के नाम कोई संदेश नहीं पढ़ा।
शहीदों के परिवारों को शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने सम्मानित किया। हरनाम सिंह खालसा ने कहा कि हम शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का धन्यवाद करते हैं जिन्होंने बड़े ही शांतिपूर्ण तरीके से आज का समारोह करवाया। वहीं मौके पर श्री अकाल तख्त साहिब में तीखी नोकझोक के बाद टकराव की स्थिति बन गई, लेकिन मौके पर ही सिख जत्थेबदियों ने स्थिति पर काबू पा लिया गया। समापन समारोह के बाद कार्यकारी जत्थेदार कुलदीप सिंह गुड़गज्ज ने कहा कि 1984 में श्री अकाल तख्त साहिब पर फौजी हमला किया गया था। घल्लूघारा को अब 41 साल हो गए हैं लेकिन अभी तक न्याय नहीं मिला। उन्होंने कहा कि जब तक हमारा समुदाय एकजुट नहीं होगा, हमें न्याय नहीं मिलेगा। उन्होंने सभी टकसालों, राजनीतिक और अन्य जत्थेबंदियों का धन्यवाद किया।