पठानकोटः जिले के भोआ विधानसभा क्षेत्र में रावी नदी के जलप्रवाह ने भारी तबाही मचाई है। अब जबकि पानी का स्तर धीरे-धीरे घट रहा है, तब जाकर क्षेत्र में हुए असली नुकसान की तस्वीर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि रावी के उफान में अब तक कम से कम 7 घर पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं, जबकि कई अन्य घर गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त होकर गिरने की कगार पर हैं। प्रभावित लोगों ने बताया कि न सिर्फ उनके आशियाने उजड़ गए हैं, बल्कि घर का सारा सामान भी पानी में बह गया है। हमें अब जिंदगी फिर से नए सिरे से शुरू करनी होगी।
स्थानीय लोगों के अनुसार आसपास के कम से कम 4 परिवारों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। अपने घरों से बेघर हुए लोग अब या तो अपने रिश्तेदारों के पास शरण ले रहे हैं या फिर प्रशासन द्वारा बनाए गए अस्थाई राहत शिविरों में जीवन गुजारने को मजबूर हैं। इस आपदा के बीच एक और चिंता का विषय सामने आया है।
पीड़ितों ने बताया कि कुछ लोग इस त्रासदी का भी गलत फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं। ये लोग क्षतिग्रस्त घरों के वीडियो बनाकर उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं और लोगों से आर्थिक मदद की अपील कर रहे हैं, जो कि मूल पीड़ितों तक नहीं पहुंच रही। प्रभावित परिवारों ने सरकार और समाजसेवी संस्थाओं से जल्द से जल्द स्थायी आश्रय और पुनर्वास की मांग की है। उन्होंने अपील की कि प्रशासन जमीनी स्तर पर कार्यवाही करे और ऐसे तत्वों पर रोक लगाए जो आपदा के समय में भी मानवता को शर्मसार कर रहे हैं।