लुधियानाः ऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट के चेयरमैन मनिंदर सिंह बिट्टा आज लुधियाना पहुंचे, जहां उन्होंने केंद्र सरकार की तारीफ की। इस दौरान मनिंदर ने किसानों द्वारा धरने लगाने को लेकर कहा कि किसानों के कल्याण के लिए केंद्र सरकार हर संभव कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को हर 2 दिन में विरोध प्रदर्शन नहीं करना चाहिए।
मनिंदर ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के साथ हर तरह से बात करने को तैयार है, लेकिन किसानों को अपनी जिद छोड़कर केंद्र से बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा बार-बार धान लगाने से जहां राज्य को आर्थिक नुकसान हो रहा है। राज्य के आम लोग भी परेशान हो रहे हैं। बिहार के लोग यहां पर काम करने के लिए आ रहे है, लेकिन कुछ पंजाब के इंडस्ट्री दूसरे राज्यों में जा रहे है। उन्होंने कहा कि हमारी आधी जवानी तो विदेशों में चली गई। वहीं कुछ दूसरे राज्यों में व्यापार करने के लिए कारोबारी चले गए। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों की सरकारें पंजाब के कारोबारियों को गुजरात, बिहार, मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों में कारोबार शुरू करने के लिए कह रही है, जहां कारोबारियों को लेबर भी यहां से सस्ती मिलेगी।
वहीं मनिंदर ने कहा कि किसान लगातार धरने लगाकर पंजाब की जनरेशन का कर रहे है। उन्होंने कहा कि आंदोलन के कारण पंजाब के बच्चों का फ्यूचर खराब हो रहा है। धरने को नाम पर पंजाब को बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब में 36 हजार बेगुनाहों का कत्लेआम हुआ है, वहीं 19 हजार हिंदू भाईयों का कत्लेआम हुआ है। उन्होंने कहा कि 1947 हमने देखा है। उन्होंने कहा कि ना तो प्रशासन को कुछ समझते है और ना ही किसी नेता को कुछ समझते है। उन्होंने कहा कि क्या ऐसे पंजाब चलेंगा। आए दिन धमकियां दी जाती है और गोलियां चलाने, व बम फेंकने के मामले सामने आ रहे है। बिट्टा ने कहा कि हमारी पंजाब की पहचान गुरुओं के नाम पर है। उन्होंने कहा कि पंजाब के गोल्डन टैंपल में 20 प्रतिशत सिख और 80 प्रतिशत दूसरे धर्मों के लोग माथा टेकने के लिए आते है। उन्होंने कहा कि यह पंजाब की पहचान है।
इस दौरान बिट्टा ने कहा कि वह सभी किसानों को दोषी नहीं ठहरा रहे, जबकि कुछ शरारती अनसंर इस काम में लगे हुए है। बिट्टा ने कहा कि लगातार धरने लगाकर कौन पंजाब को बचाएगा। उन्होंने कहा कि कोई भी पंजाब को आगे ले जाने के बारे में बात नहीं कर रहा। हरियाणा के व्यापारी अंबाला में दुखी हो रहे है और पंजाबियों को गालियां दे रहे है। उन्होंने कहा कि वह खुद पंजाब में आने के दौरान 2 घंटे जाम में फंसे रहे। बिट्टा ने कहा कि किसी ने इमरजेंसी में अस्पताल जाना है, किसी ने दूसरे जिले में पढ़ने के लिए जाना है।
ऐसे में सभी धरने के दौरान परेशान हो रहे है। इस बीच उन्होंने चंडीगढ़ में हुए ब्लास्ट की मनिंदर बिट्टी ने कड़े शब्दों में निंदा की। वहीं चंडीगढ़ में ब्लास्ट मामले में बिट्टा ने कहा कि गैंगस्टर विदेशों में बैठकर 50-50 हजार में लोगों को मरवा रहे है। वहीं उन्होंने बाबा सद्दीकी को लेकर कहा कि उन्हें एक लाख रुपए में मरवा दिया गया। उन्होंने कहा कि हम प्रत्येक बात पर पुलिस प्रशासन को दोषी नहीं मानना चाहिए, बल्कि खुद इस मसले को खत्म करने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी तो चंडीगढ़ में यह घटना हुई है आने वाले में समय में पंजाब में भी यह हादसा हो सकता है। इस दौरान नेताओं को राजनीतिक लोगों को विवादों से दूर होकर पंजाब की अमन शांति के लिए एक साथ आगे आना चाहिए।