मोहालीः जिले में व्यक्ति ने फर्जी मंगेतर बनाकर कोर्ट मैरिज करवा ली। इस मामले में व्यक्ति और उसके साथियों के खिलाफ व्यक्ति की असली मंगेतर ने पुलिस में शिकायत देकर केस दर्ज करवा दिया है। प्रेस वार्ता दौरान लड़की की आरोप है कि केस दर्ज होने के बावजूद व्यक्ति की गिरफ्तारी नहीं हो रही। पीड़ित परिवार ने कहा कि अगर सुनवाई नहीं हुई तो वे कोर्ट की शरण में जाने को मजबूर होंगे। इस संबंध में जानकारी देते हुए खन्ना निवासी बहादुर सिंह ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी दलजीत कौर का रिश्ता समराला के हरदीप सिंह के साथ तय किया था।
दोनों की सगाई हो गई, बेटी का इंग्लैंड का वीज़ा लगा गया था और उसे विदेश जाना था, लेकिन शादी से पहले हरदीप सिंह और उसके परिवार वालों ने लड़की के दस्तावेज ले लिए और बाद में अपनी ही लड़की के दस्तावेजों का इस्तेमाल कर दूसरी लड़की की व्यवस्था कर राजपुरा तहसील से कोर्ट मैरिज कर ली। जब उन्हें इस बात का पता चला तो उन्होंने राजपुरा थाने में हरदीप सिंह व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करावाया। बहादुर सिंह ने बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी तब हुई जब उनकी बेटी इंग्लैंड गई थी और वहां उन्हें दूतावास से फोन आया और कहा गया कि उनके पति ने इंग्लैंड आने के लिए फाइल दी है। इसलिए उसे इंटरव्यू के लिए आना होगा।
तब उनकी बेटी को आश्चर्य हुआ कि अभी तो उनकी शादी भी नहीं हुई है, फिर हरदीप को फाइल कैसे मिल गई। तो उसने अपने पिता से बात की और जब उसके पिता ने तहसील में जाकर वो दस्तावेज जमा किये तो इसका खुलासा हुआ। बहादुर सिंह ने कहा कि हरदीप सिंह और उनके परिवार ने ऐसा इसलिए किया ताकि उन्हें हमारी बेटी के साथ शादी न करनी पड़े और उनका बेटा भी चुपचाप इंग्लैंड पहुंच जाए, लेकिन जब उन्हें यह सच्चाई पता चली तो उन्होंने हरदीप सिंह नाम के 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। परिवार ने आरोप लगाया है कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज होने के बावजूद पुलिस ने अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि यदि पुलिस ने उनकी बात नहीं सुनी तो वे न्यायालय की शरण में जाने को मजबूर होंगे। बहादुर सिंह ने मांग की कि पुलिस को उस आरोपी को भी गिरफ्तार करना चाहिए जिसने हरदीप सिंह और उसके परिवार को उसके बेटे के लिए फर्जी विवाह प्रमाण पत्र बनाने में मदद की क्योंकि वे भी समान रूप से दोषी हैं। इसके अलावा परिवार ने कहा कि उनकी बेटी के नाम पर बनाए गए फर्जी विवाह प्रमाणपत्र को प्रशासन को जल्द से जल्द रद्द करना चाहिए। क्योंकि इसके बिना वह अपनी बेटी की शादी कहीं और नहीं कर सकते।
