पठानकोटः जिले में स्थित रणजीत सागर बांध में जलस्तर बढ़ने के कारण खतरे की स्थिति बन गई थी। इस पर बांध प्रशासन ने स्पिलवे गेट खोलकर रावी नदी में भारी मात्रा में पानी छोड़ दिया, जिससे इलाके में गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई। रावी का जल प्रवाह इतना तेज था कि इसने माधोपुर हेडवर्क्स के गेट बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं संपर्क नहरों में पानी छोड़ने वाले गेट भी क्षतिग्रस्त हो गए। लिंक गेट और उससे जुड़ा पुल भी बुरी तरह टूट चुका है।
इसके अलावा इलाके में बनाए गए 2 पर्यटन पार्क भी जलप्रवाह की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे सड़कों की हालत भी बेहद खराब हो चुकी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब पानी छोड़ा गया, तब बहाव इतना तेज था कि जो भी उसके रास्ते में आया, वह बहता चला गया।
माधोपुर हेडवर्क्स और नहरों का ढांचा पूरी तरह खतरे में है। लोगों ने प्रशासन से मांग की कि यदि जल्दी कोई समाधान नहीं निकाला तो यूबीडीसी नहर के किनारे बसे गांवों में भीषण नुकसान हो सकता है। बांध प्रशासन पर अब दबाव है कि वह न केवल जल प्रबंधन को बेहतर बनाए, बल्कि त्वरित मरम्मत कार्य भी सुनिश्चित करे ताकि भविष्य में बड़ी आपदा से बचा जा सके।