लुधियानाः सिधवां बेट के मालखाने से करोड़ों रुपये की ड्रग मनी गायब करने के आरोप में मुंशी गुरदास को हाल ही पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वहीं गिरफ्तार मुंशी से पुलिस ने भारी मात्रा में नगदी बरामद की है। पुलिस रिमांड के दौरान गुरदास ने स्वीकार किया कि उसने लाखों रुपये अपने घर में छिपा रखे थे। दरअसल, आरोपी गुरदास सिंह को लगभग 3 साल पहले मालखाने की जिम्मेदारी मिली थी।
वर्ष 2023 में पुलिस ने एक बड़े नशा तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया था, जिसमें भारी मात्रा में ड्रग मनी बरामद हुई थी। आरोपी ने जुए की लत के कारण सवा करोड़ रुपये की ड्रग मनी गायब कर दी। सूत्रों के अनुसार, पुलिस आरोपी को लेकर उसके घर पहुंची, जहां उसने अपने वेहड़े में दबाकर रखे 10 लाख रुपये बाहर निकाले। इसके अलावा पुलिस ने अलमारी से 3 लाख रुपये और बरामद किए। पुलिस ने कुल 13 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं।
गुरदास का 4 दिन का पहला रिमांड पूरा होने पर पुलिस ने उसे फिर अदालत में पेश किया, जहां से चार दिन का अतिरिक्त रिमांड मंजूर किया गया है। इससे पहले शुक्रवार को एसएसपी डॉ. अंकुर गुप्ता ने कानूनी कार्रवाई करते हुए आरोपी मुंशी गुरदास को सस्पेंड करने का आदेश जारी कर दिया था। वहीं एसएसपी द्वारा बनाई गई टीम मामले की गहराई से जांच करने में जुटी हुई है। ताकि मामले को लेकर मालखाने का रिकार्ड पूरा चेक किया जा सके।
जानकारी के अनुसार, वर्ष 2023 में सीआईए स्टाफ पुलिस ने एक ऐसे नशा तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया था जो पुलिस वर्दी का दुरुपयोग करता था। ये आरोपी बॉर्डर पार करते समय पुलिस वर्दी पहनते और बाद में गाड़ी की नंबर प्लेट बदलकर नशे की खेप पहुंचाते थे। इस गिरोह के खिलाफ थाना सिधवां बेट में केस दर्ज किया गया था।
आरोपियों की पहचान अवतार सिंह उर्फ तारी, निवासी गांव ढूडीके (मोगा), हरजिंदर सिंह उर्फ रिंदी, निवासी रायपुर आरिया (जालंधर) हाल निवासी मुल्लापुर, कमलप्रीत सिंह, निवासी रूपा पत्ती रोडे (वाघापुराना, मोगा) के ताैर पर हुई थी। 54 क्विंटल चूरापोस्त, 20 किलो की 270 बोरी, 4 पुलिस वर्दियां, 2 अवैध देसी पिस्तौल और कारतूस, 14 नंबर प्लेट, तथा सवा करोड़ रुपये की ड्रग मनी। यह पूरी बरामदगी थाना सिधवां बेट के मालखाने में सील कर रखी गई थी।