मोहालीः 21 मई 1991 की रात आनंदपुर साहिब के पास हुई एक पुलिस रेड का मामला 34 साल बाद फिर सुर्खियों में आ गया है। उस रात हुए एनकाउंटर में जगदीश सिंह की मौत हुई थी, लेकिन यह मामला हमेशा से विवादों में रहा है।आरोप है कि जगदीश सिंह को पहले गिरफ्तार कर बेरहमी से टॉर्चर किया गया और फिर गोली मार दी गई। इतना ही नहीं, उसी रात उनकी पत्नी बलजिंदर कौर, मां सुरजीत कौर, 3 साल की बेटी और महज 2 महीने का बेटा भी रहस्यमय तरीके से लापता हो गए थे।
इस मामले में सीबीआई ने बड़ा ऑर्डर जारी किया है। एजेंसियों की ओर से अब तक केवल एनकाउंटर से जुड़ी क्लोजर रिपोर्ट फाइल की जा रही थी, लेकिन 5 जिंदगियों की गुमशुदगी पर कहीं भी जिक्र नहीं किया गया। अदालत ने माना कि यह मामला केवल एनकाउंटर तक सीमित नहीं है, बल्कि इन 5 लापता जिंदगियों की सच्चाई सामने लाना भी उतना ही जरूरी है। इसी कड़ी में मोहाली की विशेष सीबीआई अदालत ने 34 साल पुराने इस केस को दोबारा खोलते पुलिस को अपना जवाब दाखिल करने के आदेश दिए हैं। यह केस न केवल पंजाब की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा करता है बल्कि उन परिवारों की पीड़ा को भी सामने लाता है, जो दशकों से इंसाफ का इंतजार कर रहे हैं।