होशियारपुरः अपने सुनहरे भविष्य के लिए राज्य के कई नौजवान विदेशों का रुख करते रहते हैं। राज्य के बहुत से नौजवान कभी स्टडी वीजा तो कभी वर्क परमिट लगाकर विदेशों में रोजगार के लिए जाते है। वहीं दूसरी और कई नौजवान डंकी के जरिए भी विदेशों मे जाते रहते है, जिनसे कई बार उनकी जान तक चली जाती है। प्रशासन द्वारा नौजवानों को जागरूक भी किया जाता है कि वह डंकी लगाकर विदेश न जाएं, लेकिन लोग फिर भी नहीं मानते और अपनी जान को हथेली पर रखकर विदेश का रुख करते है।
वहीं कई लोग एजेंटों के बहकावों में आकर भी डंकी लगाकर विदेश जाने का रास्ता अपना लेते हैं। ऐसा ही मामला होशियारपुर से सामने आया है, जहां शहर के एक एजेंट ने संगरूर, नवांशहर और होशियारपुर के 3 नौजवानों को सुनहरे सुपने दिखाकर आस्ट्रेलिया भेजने के लिए कहा, लेकिन इरान में उनकी स्टे का बोलकर, उन्हें इरान में ही उतार लिया गया और बाद में उन्हें अगवा कर लिया गया। वहीं होशियारपुर के गांव भागोवाल के रहने वाले 23 साल का अमृतपाल पिछले महीने घर से ऑस्ट्रेलिया के लिए गया था, लेकिन इरान पहुंचते ही उसे 2 अन्य साथियों सहित अगवा कर लिया गया।
अगवा करने वालों ने पहले एक करोड़ की फिरौती मांगी, फिर इसकी मांग घटाकर 54 लाख रुपये कर दी। परिवार को जब इस बात का पता चला तो उनके दुखों का पहाड़ टूट पड़ा और परिवार चिंता में डूब गया। परिवार में माता और मामा गुरदेव सिंह ने पुलिस से इंसाफ की गुहार लगाई है और बेटे को किडनैपर के चुंगल से छुड़ाने के लिए अपील की है। वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। बताया जा रह है कि एजेंट अभी भी फरार चल रहा है। दरअसल, डोंकरों ने तीनों युवकों को घर से पैसे मंगवाने की बात कही। इस दौरान डोंकरों ने युवकों के परिजनों को फोन लगाकर उनके बच्चों को रस्सी से बांधकर गले पर चाकू लगाकर धमकाया और उनसे पाकिस्तानी खातों में कभी 1 करोड़ तो कभी 54 लाख डालने की पेशकश रखी गई।
इस दौरान परिजनों ने वीडियो कॉल में युवकों के शरीर पर घाव के निशान भी देखे, जिनसे खून निकल रहा था। बताया जा रहा है कि करीब 1 मई से युवकों को इरान में बंधक बनाया गया है। इस दौरान पीड़ित युवक डोंकरों के फोन से ही घर वालों से बातचीत करते थे। अब 11 मई के बाद से परिजनों की अपने बच्चों से बात नहीं हुई है। संगरूर के हुसनप्रीत की मां ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि उनके बच्चों को सही सलामत घर पहुंचाया जाए।