बदबू से परेशान लोगों की शिकायत पर प्रशासन ने हटाया
लुधियानाः समराला के नजदीकी गांव भगवानपुरा की पंचायत की शिकायत पर प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग ने गांव निवासी करमजीत सिंह के घर से बड़ी मात्रा में कूड़ा-कचरा, सड़ी-गली सब्जियां, सड़े-गले फल और खाली बोतलें हटाईं। कूड़े-कचरे से गांव में बड़ी बीमारियां फैलने का डर था। मौके पर मनुपुर सरकारी अस्पताल के हैल्थ इंस्पेक्टर गुरमिंदर सिंह, पंचायत सचिव और पुलिस प्रशासन मौजूद था।
गौरतलब है कि जब प्रशासन उक्त व्यक्ति के घर पहुंचा तो घर की हालत देखकर प्रशासन समेत कई लोग हैरान रह गए। उक्त व्यक्ति ने अपने घर में कूड़ा-कचरा इकट्ठा कर रखा था, जिसमें सड़ी-गली सब्जियां, फल, खाली बोतलें, लिफाफे, गंदे कपड़े, बाजार में पड़ा कूड़ा-कचरा शामिल था। उक्त व्यक्ति के भाई सुखविंदर सिंह ने बताया कि पिछले काफी समय से करमजीत सिंह उर्फ कर्मा अपने घर में शहर से सड़ी-गली सब्जियां, फल व कूड़ा-कचरा इकट्ठा कर रहा था, जिस कारण यह कूड़ा-कचरा घर बन गया था। इस संबंध में पंचायत को शिकायत दी थी और पंचायत द्वारा प्रस्ताव पारित किया था और आज प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में घर से कूड़ा-कचरे को हटया गया। उन्होंने बताया कि करमजीत सिंह के साथ उनकी माता भी घर में रहती है और वह भी इस गंदी जिंदगी से परेशान थी, लेकिन उक्त करमजीत सिंह अपने घर से कूड़ा हटवाने के लिए राजी नहीं हुआ।
सुखविंदर सिंह ने कहा कि वह इन सड़ी-गली चीजों को घर में रखे दुधारू पशुओं को खिला देता था, जो मानव उत्पीड़न के समान है। गांव के सरपंच कुलविंदर सिंह ने कहा कि उक्त व्यक्ति के चलते कई लोग परेशान थे। जब यह मामला पंचायत में आया, तो हमने प्रस्ताव पारित कर विभिन्न विभागों को सूचित कर कार्रवाई की मांग की। जब उक्त व्यक्ति को घर में पड़े कूड़े-कचरे को हटाने के लिए कहा जाता था, तो वह कहता था कि वह नगर परिषद का कर्मचारी है और इसीलिए उसने शहर से यह कूड़ा इकट्ठा किया है। गांव में कूड़ाघर नहीं बनाया जा सकता, जिसके चलते आज प्रशासन ने उक्त व्यक्ति के घर से बड़े पैमाने पर कूड़ा हटवाया है।
स्वास्थ्य विभाग के गुरमिंदर सिंह ने बताया कि नगर पंचायत से शिकायत मिलने पर घर से जमा कूड़ा हटवाया जा रहा है क्योंकि इससे बड़ी बीमारियों का डर बना हुआ है। हैरानी की बात यह है कि जब प्रशासन उक्त व्यक्ति के घर से कूड़े को हटवा रहा था तो वहां पहुंचे एख व्यक्ति की हालत खराब हो गई, ग्रामीणों व आसपास खड़े अन्य लोगों का एक मिनट खड़ा होना भी मुश्किल हो गया। यह सब देखकर लोग हैरान रह गए कि उक्त व्यक्ति इस कूड़े में कैसे रह रहा था जहां एक मिनट खड़ा होना भी मुश्किल था।