मोहालीः रोपड़ रेंज के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर को बीते दिन सीबीआई ने 8 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। वहीं डीआईजी भुल्लर के खिलाफ रिश्वत लेने की शिकायत देने वाले स्क्रैप कारोबारी आकाश बत्ता को होईकोर्ट ने सिक्योरिटी देने के निर्देश दिएहै। दरअसल, स्क्रैप कारोबारी आकाश बत्ता ने सिक्योरिटी को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। जिसमें उन्होंने जान को खतरा बताया। शुक्रवार को हाईकोर्ट में याचिका पर सुनवाई हुई। हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार और सीबीआई को आकाश बत्ता को सिक्योरिटी देने का आदेश दिया।
सीबीआई ने वीरवार (16 अक्टूबर) को हरचरण सिंह भुल्लर को मोहाली में उनके ही ऑफिस से रिश्वत के केस में अरेस्ट किया था। सीबीआई ने पूरी फील्डिंग लगाकर डीआईजी को अरेस्ट किया। जब डीआईजी के बिचौलिए ने चंडीगढ़ के सेक्टर 21 में स्क्रैप कारोबारी आकाश बत्ता से रिश्वत ली तो सीबीआई ने उससे डीआईजी को कॉल कराई। बिचौलिए ने कहा कि रिश्वत के 8 लाख मिल गए हैं। इसके बाद डीआईजी ने बिचौलिए और कारोबारी को रिश्वत की रकम समेत अपने मोहाली ऑफिस आने को कहा।
इसके बाद सीबीआई भी दोनों के साथ ऑफिस पहुंच गई। डीआईजी ने जैसे ही रिश्वत की रकम ली तो सीबीआई ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद डीआईजी को सीक्रेट लोकेशन पर ले गए। वहीं चंडीगढ़ और दिल्ली की सीबीआई टीमों ने तुरंत डीआईजी के सभी ठिकानों पर रेड कर दी। डीआईजी की चंडीगढ़ सेक्टर 40 की कोठी से 5 करोड़ से ज्यादा कैश, डेढ़ किलो सोने के गहने, लग्जरी घड़ियां, गाड़ियां, प्रॉपर्टी के दस्तावेज, पिस्टल-रिवॉल्वर और विदेशी शराब तक मिली।
सीबीआई के चंडीगढ़ पुलिस थाने में दर्ज FIR में कहा गया कि 11 अक्टूबर को फतेहगढ़ साहिब जिले के मंडी गोबिंदगढ़ के आकाश बत्ता ने शिकायत दी है। इसमें कहा गया कि डीआईजी ने अपने बिचौलिए कृष्नु के जरिए रिश्वत मांग रहे हैं। इसके बदले सरहिंद में उसके खिलाफ 2023 में दर्ज एफआईआर नंबर 155 में कोई पुलिस कार्रवाई न होने देने का भरोसा दिया गया है। यह भी कहा गया कि इसके बाद वह अपना स्क्रैप बिजनेस आसानी से कर सकता है।