मोहालीः लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने मोहाली और उसके आसपास के पहाड़ी क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई है। मोरनी क्षेत्र में जगह-जगह लैंडस्लाइडिंग की घटनाएं सामने आ रही हैं। समलोठा मार्ग पर मलबा और पेड़ गिरने से सड़क पूरी तरह से बंद हो चुकी है, जिससे स्थानीय लोगों और यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है। मोरनी के पहाड़ी क्षेत्रों से लगातार सड़कों के टूटने और पेड़ों के गिरने की सूचना मिल रही है। भारी बारिश की वजह से कई गांवों का संपर्क टूट गया है और राहत-बचाव कार्य में भी बाधा आ रही है।
बारिश के कारण घग्गर नदी और अन्य नालों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। पंचकूला प्रशासन ने लोगों को चेताया है कि वे किसी भी स्थिति में नदी-नालों के पास न जाएं। स्थिति की गंभीरता तब और बढ़ गई जब पंचकूला के सेक्टर 16 स्थित गांव बुद्धनपुर से चंडीगढ़ के मौली जागरण की ओर जाने वाले नाले में दर्जनभर गायें तेज बहाव में बह गईं। बताया जा रहा है कि बारिश के दौरान अचानक नाले में पानी का स्तर इतना बढ़ गया कि लोग संभल ही नहीं पाए। पंचकूला और मोहाली प्रशासन लगातार अपील कर रहा है कि लोग गैर-ज़रूरी यात्रा से बचें और किसी भी बहाव या जलभराव वाले क्षेत्र की ओर न जाएं। SDRF और प्रशासन की टीमें अलर्ट पर हैं और आपात स्थिति के लिए तैयारी की जा रही है।