संगरूरः धूरी में अवैध रूप से चल रहे ‘गुरु कृपा शफा फाउंडेशन’ नाम के प्राइवेट नशा मुक्त केंद्र पर पुलिस और डॉक्टरों की टीम द्वारा रेड की गई। मामले की जानकारी एसएचओ जसवीर सिंह धूरी ने दी। उन्होंने कहा कि गुरु कृपा शफा फाउंडेशन नाम के नशा मुक्ति केंद्र को स्वास्थ्य विभाग द्वारा 2023 में सील कर दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद भी बिना लाइसेंस के इस नशा मुक्त केंद्र को चलाया जा रहा था।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि ह्यूमन राइट्स से शिकायत मिली थी कि यहां नशा छोड़ने आए मरीजों के साथ मारपीट की जाती है। इसके बाद डॉक्टरों और पुलिस की टीम ने मिलकर इस केंद्र पर संयुक्त रूप से रेड की। रेड के दौरान नशा छुड़ाओं केंद्र से 18 मरीज पाए गए, जिनमें से 12 मरीजों के परिजनों को बुलाकर उन्हें सौंप दिया गया और समझाया गया कि बिना लाइसेंस वाले नशा मुक्त केंद्र में इस तरह से अपने बच्चों को दाखिल न करवाया जाए।
नशा मुक्ति केंद्र के इंचार्ज डा. इशान प्रकाश ने बताया कि 6 मरीजों के परिजनों से संपर्क नहीं हो रहा। उन्हें गांव घाबड़ा में बने सरकारी नशा मुक्ति केंद्र में दाखिल कराया जा रहा है। ड्रग इंस्पेक्टर नरेश कुमार ने जानकारी देते हुए आम लोगों को संदेश दिया कि यदि आप अपने बच्चे का नशे से इलाज कराना चाहते हैं तो अस्पताल/नशा मुक्त केंद्र का हमेशा लाइसेंस चेक कर ही अपने बच्चे को दाखिल करवाएं। इस तरीके से बिना लाइसेंस वाले नशा मुक्त केंद्र में आपके बच्चों के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार किया जा सकता है।