अमृतसरः पंजाब में गर्मी का मौसम शुरू होते ही डेंगू और चिकनगुनियां जैसी बीमारियों ने भी दस्तक दे दी है। जिसके चलते इन बीमारियों के केसों में बढ़ौतरी शुरू हो गई है। वहीं सेहत विभाग भी गंभीर बीमारियों को लेकर अलर्ट हो गया है। आगामी मौसम को ध्यान में रखते हुए, डिप्टी कमिश्नर साक्षी साड़ी ने स्वास्थ्य विभाग के साथ डेंगू और चिकनगुनिया की रोकथाम पर समीक्षा बैठक की। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि हॉट स्पॉट क्षेत्रों में फॉगिंग सुनिश्चित की जाए और स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों एवं कर्मचारियों को सतर्क रहने के लिए कहा है।
सहायक सिविल सर्जन रजिंदरपाल कौर ने बताया कि अब तक अमृतसर जिले में डेंगू के 4 और चिकनगुनिया के 11 मामले सामने आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि डेंगू और चिकनगुनिया के मामलों की रोकथाम के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। और हॉट स्पॉट क्षेत्रों में फॉगिंग के लिए टीमों की ड्यूटी लगाई जा चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू और चिकनगुनिया से संबंधित आम जनता को जागरूक करने के लिए 246 स्कूलों में पहले ही बच्चों और शिक्षकों को जागरूक किया है। इसके अलावा लगभग 1300 नर्सिंग छात्रों, 355 लैब तकनीशियनों, 121 फार्मेसी छात्रों, 139 सीएचओ, 193 मल्टीपरपज हेल्थ वर्कर, 46 मल्टीपरपज हेल्थ सुपरवाइजर और 1352 आशा वर्करों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि डेंगू और चिकनगुनिया पर नियंत्रण पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिले में 16 अर्बन और 109 रूरल टीमें बनाई हैं। ये टीमें सभी क्षेत्रों में ब्रीडिंग चेकिंग, स्प्रे और जागरूकता गतिविधियां करती हैं। इसके अलावा अन्य सपोर्ट एरिया में स्क्रीनिंग और मास फीवर सर्वे कराया जाता है, साथ ही माइग्रेंट पॉपुलेशन और हाई रिस्क क्षेत्रों में घर-घर जाकर विशेष अभियान चलाया जाता है। फॉगिंग और स्प्रे की बात करें तो निगम के पास 52 और स्वास्थ्य विभाग के पास 3 फॉगिंग मशीनें उपलब्ध हैं, जो रोजाना हॉट स्पॉट इलाकों में जाकर फॉगिंग करती हैं। उन्होंने बताया कि अमृतसर जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू और चिकनगुनिया के वार्ड बनाए गए हैं और सभी का इलाज मुफ्त किया जा रहा है।