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Punjab News: Giani Harpreet Singh का इस्तीफा हुआ नामंजूर, देखें वीडियो

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अमृतसरः शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह का इस्तीफा रद्द कर दिया गया है। दरअसल, शिरोमणि अकाली दल का एक प्रतिनिधिमंडल आज कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ के नेतृत्व में जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह से उनके आवास पर मिला। जिसके बाद मीडिया से बात करते हुए डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि पूरा सिख समुदाय सिंह साहिबों का बहुत सम्मान करता है।

उन्होंने कहा कि उन्होंने सिंह साहब से माफी मांगी है कि अगर हमारे सहयोगी द्वारा सिंह साहब के सम्मान के खिलाफ कुछ कहा गया है तो वह माफी मांगते हैं। वहीं कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि उनकी सेवाओं की अभी बहुत जरुरत है। एसजीपीसी के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने आज प्रेस कान्फ्रेंस की और उसमें कहा कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह की सेवाओं की अभी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को बहुत जरुरत है। वह अलग अलग पदों के लिए सलाह भी करते हैं और उनकी अगुवाई भी करते हैं। इसीलिए वह उनके अपील करते हैं कि जैसे पांच सिंह साहिबान अगुवाई करते हैं वैसे आपको भी करनी है।

उन्होंने यह भी कहा कि आज के समय में जो भी श्री अकाल तख्त साहिब आता है तो एक चिट्ठी पकड़ा जाता है और फिर खुद ही इसका अपने तरीके से व्याख्यान कर जाते हैं। खुद ही कंप्लेंटेंट और खुद ही जज बन जाते हैं। लोग पंथ के पास आकर सियासी रोटियां सेक रहे हैं। इसीलिए पंथ के ओहदेदारों से अपील है कि वह सार्थक रोल अदा करें। हरजिंदर सिंह ने बताया कि कल रात को भी फोन कर ज्ञानी हरप्रीत सिंह को बता दिया गया था कि उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया जाना है। उनकी सेवाएं बहुमूल्य हैं। उन्होंने कहा कि बतौर पोलिटिशन बोलते रहो, लेकिन तख्त श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सत्कार योग्य हैं, तो कोई भी बात करनी है तो फिर पब्लिकली ना की जाए।

उन्होंने कहा कि सिंह साहिब के आदेशों के अनुसार, अंदर रहकर बात की जाए और पब्लिकी ना की जाए। क्योंकि पब्लिक तक बात जाती है तो वह भयंकर रुप धारण कर लेती है। उन्होंने कहा कि जत्थेदार कौम की अगुवाई करते हैं। बड़ी सेवाओं को मुख्य रखते हुए अगुवाई करने वाले सारे सम्मानीय है और इनकी मर्यादा भी है। उन्होंने अंत में कहा कि ववह सीधे तौर पर कहना चाहते हैं कि वह विश्वास दिलवाते हैं कि वह ज्ञानी हरप्रीत सिंह के साथ हैं और उन्हें अगुवाई करते रहने के लिए अपील करते हैं।

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