अमृतसरः पुतलीघर इलाके में गुजरात गैस की पाइपलाइन लीक होने से लोगों में दहशत का माहौल बन गया। स्थिति ऐसी बन गई थी कि एक बड़ा हादसा हो सकता था, लेकिन बड़ा हादसा होते-होते टल गया। मौके पर मौजूद अमृतसर म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के कर्मचारियों ने बताया कि गैस कंपनी के कर्मचारियों को किसी भी तरह की कोई जानकारी नहीं थी।
कॉर्पोरेशन कर्मचारी टीनू के मुताबिक, उन्होंने पिछले 7 दिनों से गैस कंपनी को लिखित रूप में सूचित किया था कि इलाके में सीवरेज लाइन डाली जा रही है, जो पिपली साहिब गुरुद्वारे से लेकर पुतलीघर इलाके की एक गली तक जाती है। यह लाइन 8 से 10 फीट गहराई में डाली जा रही थी, जिस पर काम चल रहा था। इसके बावजूद गैस लाइन को न तो शिफ्ट किया गया और न ही उसकी देखभाल की कोई व्यवस्था की गई। जब सीवरेज काम के दौरान लगभग 2.5 फीट की खुदाई हुई, तब गैस लाइन डैमेज हो गई। इन हालातों में गैस कंपनी के कर्मचारी काम करने की जगह गुंडागर्दी पर उतारू हो गए।
कॉर्पोरेशन कर्मचारी ने बताया कि काम कर रही टीम ने मदद की उम्मीद की थी, लेकिन रेस्क्यू टीम को गैस लाइन बंद करने की कोई जानकारी भी नहीं थी। आखिरकार लगभग आधे घंटे बाद गैस को बंद किया गया। कॉर्पोरेशन कर्मचारी ने आरोप लगाया कि गैस लाइन बठिंडा से चलती है, जिसकी वजह से अमृतसर में लाइन को तुरंत बंद करना संभव नहीं होता। यह उल्लंघना न केवल सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि इलाके के विकास कार्यों को भी रोक रही है। अधिकारी के मुताबिक अगर गैस लाइन फट जाती या आग लग जाती तो इलाके में बड़ा जनहानि हो सकता था। हालांकि किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली, लेकिन कॉर्पोरेशन की ओर से कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।