कर्मी पर मामले दर्ज होने पर भी 4 बार किया गया प्रमोट
चंडीगढ़ः शिरोमणि अकाली दल के सीनियर नेता बिक्रम मजीठिया के मामले में पूर्व डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने विजिलेंस को रिपोर्ट सौंप दी है। इस बारे में उन्होंने कहा कि मैं बयान दर्ज कराने नहीं बल्कि रिपोर्ट सौंपने आया था। उन्होंने कहा कि 2012 में बिक्रम मजीठिया के खिलाफ सबूत थे, लेकिन अकाली दल की सरकार होने के कारण कार्रवाई नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि पंजाब की स्थिति बहुत खराब हो गई है। यहां उद्योग और निवेश करने के लिए कोई भी राज़ी नहीं हो रहा, क्योंकि इसका मुख्य कारण नशा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री के आदेशानुसार नशे के खिलाफ कार्रवाई में बिक्रम सिंह मजीठिया को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस में भी कई काली भेड़ें हैं, जो नशे के कारोबार में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी सारी जानकारी विजिलेंस को सौंप दी है।
उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस नशे के कारोबार को रोकने के लिए पूरी जिम्मेदारी के साथ काम कर रही है। पूर्व डीजीपी ने कहा कि हवलदार इंदरजीत सिंह पर काफी केस दर्ज थे, लेकिन उसे 4 बार प्रमोट किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस और नशा तस्करों के बीच संबंध हैं, इसकी भी संक्षिप्त जानकारी दी गई थी।