अमृतसरः जालंधर की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने पिछले दिनों पंजाब पुलिस के पूर्व SSP व पूर्व AIG रशपाल सिंह को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद आज रशपाल सिंह को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अदालत में पेश किया गया, जहां माननीय अदालत ने उन्हें 13 नवंबर तक ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजने का आदेश दिया है। दरअसल, यह मामला 2019 का है और NDPS केस से संबंधित है। जिसमें रशपाल सिंह को पहले भी गिरफ्तार किया गया था।
इस मामले के बारे में मीडिया से बात करते हुए पीड़ित अमरिंदर पाल सिंह ने बताया कि 2019 में उन पर गलत तरीके से नशीले पदार्थों के आरोप लगाकर मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि इस मामले की हाई-लेवल जांच हुई थी और पहले एक इंस्पेक्टर के खिलाफ भी मामला दर्ज हुआ था। उनके मुताबिक रशपाल सिंह उसी मामले में डेढ़ साल पहले नामजद हुए थे, लेकिन उनकी गिरफ्तारी अब हुई है।
अमरिंदर पाल सिंह ने आरोप लगाए है कि रिटायर्ड AIG को VIP ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। उनका कहना है कि जब उन्हें गिरफ्तार किया गया था तब उनकी सेहत ठी थी, लेकिन अगले ही दिन सीने में दर्द और ब्लड प्रेशर कम होने की बात बताई गई। जब आम लोगों को ऐसे मामलों में पकड़ा जाता है, तो उनके साथ ऐसा सख्त व्यवहार नहीं होता है, लेकिन अधिकारियों को रियायत दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि उन्हें इस मामले में कई बार धमकियां मिली हैं, इसलिए उन्हें सुरक्षा प्रदान की गई है। अमरिंदर पाल सिंह ने बताया कि वह 2019 से न्याय के लिए लड़ रहे हैं और हाल ही में हरियाणा हाईकोर्ट के आदेशों के बाद रशपाल सिंह की गिरफ्तारी हुई है। दूसरी ओर, जब इस संबंध में पुलिस अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई, तो पहले उन्होंने टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। लेकिन बाद में पुष्टि की कि अदालत ने रिटायर्ड AIG रशपाल सिंह को 13 नवंबर तक ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजने का आदेश दिया है।