पठानकोटः रणजीत सागर बांध से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। लोग जान बचाने के लिए अपने घरों की छतों पर चढ़े हुए हैं। हालांकि पुलिस, एडीआरएफ और सेना द्वारा लगातार लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू किया जा रहा है। बीते दिन सेना ने हैलीकॉप्टर की मदद से कई लोगों को रेस्क्यू करके बाढ़ ग्रस्त इलाकों से निकाला था। वहीं दूसरी ओर रावी नदी ने आज एक मां की कोख भी डुबो दी।
एक ओर जहां बाढ़ किसानों की फसलों और लोगों के कीमती सामान को प्रभावित कर रही थी, वहीं अब जानमाल के नुकसान की घटनाएं भी सामने आने लगी हैं। बता दें कि अतरपुर गांव का युवक कल रात अपने घर लौट रहा था, अचानक पानी के तेज़ बहाव में डूब गया। इस घटना में युवक की मौत हो गई। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल लाया गया। जहां गांव के सरपंच लखबीर सिंह ने इस संबंध में पुष्टि की।
गांव के सरपंच और लोगों ने जानकारी देते हुए बताया कि अगर प्रशासन समय रहते उन्हें सुचेत कर देता, तो शायद यह घटना यूं ही न होती। सरपंच ने कहा कि शायद घटना के दौरान एक मां का बेटा उससे ना बिछड़ता। उन्होंने बताया कि मृतक तीन बहनों का इकलौता भाई और अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था, जिसकी मौत के बाद उसके माता-पिता अकेले रह गए।