चंडीगढ़: वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने बताया कि बारिश से पंजाब में बड़ी तबाही हुई है। जिसमें की पहाड़ों से जैसे पानी आया उससे बड़ा नुकसान हुआ, जिससे 60 मौतें हुई है। जिनमें महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे शामिल थे। लोगों को बचाने के लिए सरकार सेवा में जुटी हुई थी। चीमा ने पंजाब के पुनर्वास योजना को लेकर स्पेशल सेशन बुलाया गया, जिसमें कांग्रेस पार्टी का चेहरा नंगा हुआ। चीमा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि एक नेता मदद के लिए गए, लेकिन कुछ खास नेताओं ने स्पेशल व्हीकल तैयार करवाए ताकि पैरों में मिट्टी नहीं लग जाए। दूसरी तरफ आप मंत्री लालजीत भुल्लर, विधायक कुलदीप धालीवाल जैसे नेताओं के पैर तक खराब हो गए।
चीमा ने कहा कि सेशन में जब पुनर्वास को लेकर बहस हुई तो उस समय कांग्रेस ने लाशों पर राजनीति की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इतिहास देखे तो कांग्रेस जब भी सत्ता में रही या 1988 की बात की जाए, उसमें लोगों की मौत पर कांग्रेस ने राजनीति की है। वित्त मंत्री चीमा ने कहा कि रंगला पंजाब फंड बनाया गया। जिसमें विदेश-देश से पंजाबियों ने पंजाब के इस दर्द में हिस्सा लिया है। उन्होंने पंजाब के लिए लाखों से लेकर करोड़ों तक पैसे दान किए। कांग्रेस ने इस पर राजनीति करते हुए लोगों से अपील की है कि लोग दान ना करें, पैसे नहीं दिए जाएंगे। सदन में बाजवा ने कहा कि फंड ना दें, इससे कांग्रेस की मानसिकता पर झलकती है।
उन्होंने कहा कि पुरानी सरकारों को देखे, वह पंजाब को बीमार करके चले गए। वित्त मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी कहते हैं 70% पंजाब नशे में डूबा हुआ है। कांग्रेस की सत्ता में जो नशे का व्यापार अकाली दल-भाजपा करती थी, उसे कांग्रेस ने आगे बढ़ाया। हमें 3 वर्ष हुए है, हमने 60 हजार नौकरी, लोगों को 300 यूनिट बिजली दी है, थर्मल प्लांट खरीदा है। पंजाब का हर क्षेत्र में आप सरकार ने रेवेन्यू बढ़ाया है और किसी हेड में घाटे में नहीं गया।
पंजाब में बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में जो भी पैसा आएगा वह लोगों की मदद के लिए खर्च होगा। जिसमें कि रोड बनाने को लेकर लगाया जाएगा, लेकिन इस बार कांग्रेस का चेहरा नंगा हो गया है। हम भाजपा का विरोध कर रहे थे, लेकिन कांग्रेस हमारे विरोध में उतर आए। भाजपा ने 1600 करोड़ की तुच्छ राशि का ऐलान किया, जिसमें एक रुपया तक पंजाब को नहीं मिला है। भाजपा दिल से पंजाब को नफरत करती है। चीमा ने कहा कि कांग्रेस हर मुद्दे का राजनीतिक मुद्दा बनाते है जिसका पूरा हिसाब रखा जा रहा है। CSR फंड का पैसा सीएम रिलीफ फंड में नहीं जा सकता, इसलिए नया खाता बनाना जरूरी था।