फिरोजपुरः जिले के हलका जीरा के गांव लहरां के नौजवान की मौत को लेकर परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए है। परिजनों का आरोप है कि मरीज का सही से इलाज ना करने पर उसकी मौत हुई है। मृतक की पहचान जरनैल सिंह के रूप में हुई है। दरअसल, जरनैल सिंह की तबीयत खराब होने के कारण उन्हें जीरा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनकी हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों द्वारा उसे फरीदकोट अस्पताल में रेफर कर दिया गया था, लेकिन इलाज के दौरान जरनैल सिंह की मौत हो गई।
इस मामले को लेकर परिवार के सदस्यों और किसान संगठनों ने जीरा के निजी अस्पताल के बाहर धरना लगा दिया। परिजनों का आरोप है कि जीरा के अस्पताल ने जरनैल सिंह का सही इलाज नहीं किया। जिसके चलते जरनैल सिंह की उनकी तबीयत बिगड़ गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि तबीयत बिगड़ने के बाद डॉक्टरों द्वारा मरीज को फरीदकोट अस्पताल में रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हुई। परिवार के सदस्य और किसान संगठन न्याय की मांग कर रहे हैं कि उन्हें न्याय मिले और उचित कार्रवाई की जाए।
वहीं दूसरी ओर, जब अस्पताल पक्ष से संपर्क किया गया तो अस्पताल के मालिक संजीव नारंग ने बताया कि मरीज के गले में फोड़ा भरा हुआ था और उनका इलाज किया जा रहा था। लेकिन परिवार के सदस्यों की मर्जी पर उन्हें फरीदकोट रेफर किया गया था, जहां इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई। डॉक्टर का का कहना है कि अब परिजनों द्वारा बेबुनियाद आरोप लगाकर सारा दोष उन पर लगाया जा रहा है, जो कि बिल्कुल गलत है।