पटियालाः नाभा में किसान और पुलिस आमने-सामने हो गए। इस दौरान पुलिस और किसानों में धक्का-मुक्की भी हुई। नाभा की डीएसपी मनदीप कौर ने आरोप लगाया कि किसानों ने मुझसे धक्का-मुक्की की और मुझे बालों से पकड़कर खींचा और वर्दी को हाथ डाला। वहीं दूसरी ओर किसानों का कहना है कि डीएसपी उनकी गाड़ी पर चढ़ने लगी थी। इस दौरान घटना स्थल पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई। दरअसल, पिछले दिनों हुई ट्रालियों की चोरी को लेकर नगर काउंसिल की अध्यक्ष सुजाता चावला के पति पंकज पप्पू की गिरफ्तारी के विरोध में किसानों द्वारा डीएसपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया जा रहा था। इस प्रदर्शन में चार यूनियन शामिल थीं।
जिनमें भारतीय किसान यूनियन आजाद, भारतीय किसान यूनियन भटेड कलां और क्रांतिकारी यूनियन शामिल थे। उनका कहना है कि शंभू बॉर्डर से ट्रालियां चोरी होने में सीधे तौर पर पंकज पप्पू का हाथ है। जिन्होंने ट्रालियों को अपने प्लॉट में छुपा दिया था। किसानों ने मांग की थी कि पुलिस ने हल्की धारा लगाकर उसे जमानत दे दी और अब किसान लगातार प्रदर्शन कर रहे है। इस प्रदर्शन के दौरान जब डीएसपी माननीय मनदीप कौर अपने कार्यालय से बाहर निकलीं तो किसानों और डीएसपी के बीच कहासुनी हो गई और मामला इतना बढ़ गया कि किसान और पुलिस आमने-सामने हो गए।
इस मौके पर नाभा की डीएसपी मनदीप कौर ने भावुक अंदाज में कहा कि मैंने इन्हें धरने से बिल्कुल भी नहीं रोका, वे धरना दे रहे थे और मैं उनसे बातचीत करने आई थी। जब मैं गाड़ी लेकर जरूरी काम के लिए निकल रही थी तो उन्होंने मेरी गाड़ी रोककर मेरे साथ धक्का-मुक्की की, मेरे यूनिफॉर्म को हाथ डाला और मेरी बालों को भी खींचा। इन्होंने बहुत ही बुरी तरह बदतमीजी की जो कि बेहद गलत है। डीएसपी ने कहा वह इनके खिलाफ कार्रवाई करेंगी। इस मौके पर किसान नेता गमदूर सिंह और अन्य किसान नेताओं ने कहा कि हम शांतिपूर्ण धरना दे रहे थे और इंसाफ की मांग कर रहे थे, लेकिन डीएसपी ने हमारे साथ बदतमीजी की और हमारी गाड़ी पर चढ़ने की कोशिश की। वह उनकी गाड़ी तब तक नहीं निकलने देंगे जब तक उनकी बात नहीं सुनी जाती।