अमृतसरः पहलगाम हमले के बाद देश के लोगों में भारी रोष देखा जा रहा है। जगह-जगह लोग जहां कैंडल मार्च निकालकर मरने वाले पर्यटकों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। वहीं कई लोग प्रदर्शन कर पाकिस्तान के खिलाफ अपना रोष जता रहे हैं। इसी के साथ ही भारत सरकार ने भी एक्शन लेते हुए पाकिस्तान के निवासियों को जल्द से जल्द भारत छोड़ने के भी आदेश दिए हुए हैं जिसके चलते पाकिस्तान के कई लोग मायूस भी है। ऐसे ही अपनी भांजी की शादी में शरीक होने आए एक परिवार का जश्न गम में तब बदल गया जब उन्हें शादी की रोनक छोड़कर वापस पाकिस्तान जाना पड़ा।
जानकारी देते हुए मस्करीन ने बताया कि वह कराची की निवासी हैं और मेरे अम्मी-अबूू यहां रहते हैं। वह यहां सहारनपुर में अपनी भांजी की शादी देखने के लिए डेढ़ महीने का वीजा लगवाकर आए थे। अभी यहां आए उन्हें आधा महीना ही हुआ था कि अब हमें सूचना मिल गई कि आपको वापस जाना है जिसके चलते हम वापस पाकिस्तान जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 10 साल बाद वह भारत आए थे। वह परिवार के साथ काफी खुश थे। भांजी की शादी की तारीख भी उन्होंने हमसे पूछकर रखी थी, लेकिन अब हमें बिना शादी देखे वापस जाना पड़ रहा है जिसके चलते वह बहुत दुखी हैं।
उन्होंने बताया कि इस अचानक निर्णय से परिवार और मेहमान निराश हैं। माहौल खुशी का होना चाहिए था, लेकिन सुरक्षा कारणों से लिए गए इस फैसले ने व्यक्तिगत खुशी के अवसर को गम में बदल दिया। इस दौरान पाकिस्तानी परिवार ने पहलगाम हमले को लेकर कहा कि वह घटना दुखद है और ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों का कोई धर्म नहीं होता, ऐसे लोगों पर कोई दया नहीं करनी चाहिए।