लुधियानाः श्रृंगार सिनेमा रोड पर अरोड़ा नर्सिंग होम अस्पताल के बाहर आज मरीज के परिजनों द्वारा धरना लगाया गया। परिजनों का आरोप है कि बीते दिन उन्होंने 52 किट्ठी देवी का पित्ताशय का ऑपरेशन करवाने के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इस दौरान महिला का ऑपरेशन एक घंटे तक चला। आरोप है कि ऑपरेशन के बाद से महिला की तबीयत स्थिर नहीं रही। जिसके चलते आज किट्ठी देवी की मौत हो गई।
इस बात को लेकर परिजनों ने डॉक्टरों पर ऑपरेशन के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप लगाते हुए धरना लगा दिया। वहीं दूसरी ओर इस मामले में काफी हंगामा होने के बाद डॉक्टर द्वारा मृतक महिला के परिजन को अस्पताल में बुलाया गया और मामले को लेकर बातचीत की जा रही है।
लाल बहादुर ने कहा कि वह जनकपुरी की जीरों नंबर गली में रहता है। वह एक माह पहले ही माता को गांव से लेकर शहर आया था। इस दौरान अस्पताल में डॉक्टरों ने ऑपरेशन के लिए कहा था। जिसके बाद बीते दिन माता को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। पीड़ित ने कहा कि डॉक्टरों ने ऑपरेशन का 35 हजार रुपए मांगे थे। लेकिन उन्हों ने अभी 10 हजार रुपए जमा करवाए थे। जहां अस्पताल में डर के कारण माता का बल्ड प्रेशर हाई हो गया।
जिसके बाद डॉक्टरों ने कहा कि गूलकोज चढ़ाने के बाद शाम को ऑपरेशन किया जाएगा। इस दौरान शाम को माता का डॉक्टरों द्वारा ऑपरेशन किया गया। एक घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद महिला की हालत स्थिर नहीं हुई। देर रात स्टाफ कर्मी ने उन्हें कहा कि उसने खाना खाने का समय हो गया। ऐसे में गूलकोज पहले चढ़ा दिया। आरोप है कि 2 से 3 बोतल इकट्ठी तेजी में माता को चढ़ा दी गई। लेकिन सुबह स्टाफ का कोई कर्मी माता को देखने के लिए नहीं पहुंचा।
दूसरी ओर मामले की जानकारी देते हुए डॉक्टर दविंदर पाल सिंह ने कहा कि राजनीति मुद्दा बनाया जा रहा है। डॉक्टर ने कहा हार्ट अटैक आने से महिला की मौत होने की आशंका है। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया है। डॉक्टर का कहना है कि अगर पीड़ित परिवार इस मामले में इंसाफ चाहता है तो प्रशासन और सरकार बनती कार्रवाई कर सकता है।