अमृतसरः फतेहगढ़ चूड़ियां बाईपास पर स्थित चौकी को बम धमाका करने के मामले में नया मोड़ आ गया। दरअसल, हाल ही में पुलिस ने चौकी बलास्ट मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। वहीं इस मामले में को लेकर एक आरोपी के परिजनों ने बड़े खुलासे किए हैं। दरअसल, मीडिया से बात करत हुए कर्णदीप की बहन परमजोत कौर ने कहा कि उसके भाई को पुलिस द्वारा को फंसाने की कोशिश की जा रही है। दरअसल, कुछ दिन पहले अमृतसर के फतेहगढ़ चूड़ियां बाईपास पर पुलिस चौकी के बाहर हुए विस्फोट के मामले में पुलिस और सीआईए स्टाफ पुलिस ने 3 युवकों को गिरफ्तार किया था।
जिसके बाद 2 दिन पहले देर रात उन युवकों की पुलिस के साथ मुठभेड़ भी हुई थी। पुलिस के साथ मुठभेड़ में 2 युवक घायल हो गए थे। पुलिस ने बताया कि उनकी टीम के साथ मुठभेड़ 3 युवकों में से लवप्रीत सिंह, कर्णदीप सिंह और बूटा सिंह के साथ हुई। पुलिस के अनुसार कर्णदीप सिंह और लवप्रीत सिंह जगदेव कला गांव के रहने वाले हैं और इन दोनों ने ही विस्फोटक सामग्री को पुलिस चौकी पर फेंका था। जिसके बाद उन्होंने रात में पुलिस की हिरासत से भागने की कोशिश की। जब पुलिस की टीम ने आरोपियों को पकड़ने के लिए पीछा किया तो आरोपियों ने पुलिस पर गोलियां चला दी। जिसके बाद पुलिस टीम द्वारा जवाबी फायरिंग की गई। इस मुठभेड़ में 2 युवक घायल हो गए।
दूसरी ओर, कर्णदीप सिंह के परिजनों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि पुलिस ने कर्णदीप सिंह को 2 दिन पहले एक शादी समारोह से गिरफ्तार किया था। वहीं कर्णदीप सिंह के पास से किसी भी तरह का कोई हथियार पुलिस को बरामद नहीं हुआ था, जिसकी सीसीटीवी फुटेज उनके पास मौजूद है। साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस हमारे बच्चे को गैरकानूनी मामले में फंसाने की कोशिश कर रही है। परिजनों का कहना है कि हमारे बच्चे कर्णदीप सिंह का गांव के किसी भी बुरे तत्व से कोई संबंध नहीं था।
परिवार ने मीडिया के जरिए प्रशासन से न्याय की मांग की है। इस बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात करते हुए पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर से कर्णदीप सिंह के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आपको परिवार की सलाह नहीं माननी चाहिए। करणदीप सिंह और लवप्रीत सिंह के पास से घातक हथियार बरामद हुए थे और करणदीप सिंह और लवप्रीत सिंह ने ही विस्फोटक सामग्री थाने के बाहर फेंकी थी।