फिरोजपुरः जिले के कस्बा ममदोट में नशे के खिलाफ चलाई गई मुहिम के तहत पुलिस ने नशे की खेप बरामद की है। वहीं 45 हजार नशीले कैप्सूल समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पंजाब के बाहर से नशे के कैप्सूल लाकर पंजाब के अलग-अलग गांवों और शहरों में सप्लाई कर रहे थे। नशेड़ी हेरोइन के बदले प्रेगाबालिन नशे के कैप्सूल का इस्तेमाल करते हैं। आरोपी किसान जत्थेबंदियों द्वारा बनाए गए किसान कार्ड का उपयोग कर नशे की सप्लाई करते थे। पुलिस की चेकिंग और टोल टैक्स से बचने के लिए किसान कार्ड का गलत इस्तेमाल करते थे। पुलिस फॉरवर्ड और बैकवर्ड लिंक की जांच कर रही है।
मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी ग्रामीण करण शर्मा ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग पंजाब के बाहर से नशे की बड़ी खेप लाकर पंजाब के गांवों और शहरों में सप्लाई कर रहे हैं। गुप्त सूचना के आधार पर जब ममदोट पुलिस ने नाकाबंदी की तो एक संदिग्ध कार दिखाई दी। जब उस गाड़ी का पुलिस ने पीछा करके रोका तो गाड़ी में सवार 5 व्यक्तियों की तलाशी के दौरान नशीले कैप्सूलों की बड़ी खेप बरामद हुई। कार की डिक्की में रखे 45 हजार प्रेगाबालिन प्रतिबंधित नशे के कैप्सूल भी बरामद हुए। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है।
जांच में चौकाने वाला खुलासा हुआ है। जिसमें पता चला है कि यह नशे का कारोबार किसानों के बनाए गए कार्ड की आड़ में किया जाता था। डीएसपी करण शर्मा ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के पास किसान जत्थेबंदियों के कार्ड भी बरामद हुए हैं। जब उनसे पूछताछ की गई तो पता चला कि ये किसान कार्ड पुलिस नाके पर दिखा कर तलाशी से बच जाते थे और आसानी से निकल जाते थे। टोल प्लाजा पर भी इन्हें कोई रोकता नहीं था, वहां भी ये किसान कार्ड का ही इस्तेमाल करते थे।
जांच में सामने आया है कि इनमें से कुछ आरोपी मेडिकल स्टोर का काम भी करते हैं और बड़ी मात्रा में बाहर से कैप्सूल लाकर अपने मेडिकल स्टोर पर बेचते थे। पुलिस अब बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंक की जांच कर रही है और जिन कंपनियों से ये प्रतिबंधित कैप्सूल खरीदकर लाते थे तथा जिन जगहों पर गांवों और शहरों में मेडिकल स्टोर या दुकानों पर बेचते थे, उनकी पहचान की जा रही है। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।