मोहाली: जिले में मटौर की फैक्ट्री में हैरानजनक घटना सामने आई है। जहां फ्रिज के अंदर कुत्ते का कटा हुआ सिर मिला है। इस दौरान जब फैक्ट्री की जांच की गई तो इसी के साथ बर्तनों में कुछ मांस भी मिला, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। दरअसल, इस फैक्ट्री में मोमोज और स्प्रिंग रोल बनाकर कई जगह सप्लाई किए जाते थे। अब कुत्ते का मांस मोमोज में डालकर लोगों को खिलाया गया या यहां काम करने वाले कारीगरों ने खुद खाया, इसकी जांच होगी। इस कुत्ते के शरीर का हिस्सा गायब है। सिर भी पूरा नहीं है। सिर को वेटरनरी डिपार्टमेंट को जांच के लिए भेजा गया है।
Punjab News: Momos और Spring roll बनाने वाली फैक्ट्री के मिला कुत्ते का कटा सिर, मचा हड़कंप, वीडियो वायरलhttps://t.co/GG31Lrz0jT#VivianDsena #War2 #RashmikaMandanna pic.twitter.com/WL9tXHq0BZ
— Encounter India (@Encounter_India) March 18, 2025
फैक्ट्री में फ्रोजन मीट और क्रशर मशीन भी मिली है। मोमेज, स्प्रिंग रोल और लाल चटनी के सैंपल भी जांच के लिए लैब भेजे हैं। अधिकारियों का कहना है कि सभी सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। उनकी रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। गांव मटौर में मोमोज और स्प्रिंग रोल बनाने की यह फैक्ट्री करीब दो साल से चल रही थी। यहां गंदगी में खाने-पीने का सामान तैयार किया जा रहा था। गांव निवासियों ने फैक्ट्री की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया था। जिसके बाद हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम ने रविवार को छापेमारी कर कुछ सामान नष्ट करवा दिया था। गांव वालों ने इसे महज खानापूर्ति की कार्रवाई बताया था।
जिसके बाद अब दोबारा हेल्थ और नगर निगम की टीमों ने गांव मटौर में सर्च अभियान चलाया तो फ्रिज से कुत्ते का सिर कटा हुआ मिला। फैक्ट्री में काम करने वाले सभी कर्मचारी भागे हुए हैं। गांव में ही खान बेकरी के नाम से एक दुकान है। फैक्ट्री जहां चल रही थी, वह प्रॉपर्टी भी उसी मालिक की है। जानकारी के अनुसार यहां नेपाली मूल के 8-10 लोग रहते थे, जो मोमोज और स्प्रिंग रोल बनाने का काम करते थे। गांव के रवि ने बताया कि पिछले 6 महीने से फैक्ट्री की शिकायतें आ रही थीं कि यहां बहुत गंदगी में खाने-पीने का सामान बनाकर आगे सप्लाई किया जाता है। शनिवार का यहां अपने साथियों के साथ आकर वीडियो बनाई थी।
इसमें दिख रहा था कि टॉयलेट से पानी भरकर तथा बिल्कुल काले रंग के तेल में खाने-पीने का सामान बनाया जा रहा था। सड़ी-गली सब्जियां मोमोज व स्प्रिंग रोल में डाली जा रही थीं। यहां नेपाल के रहने वाले लोग काम करते थे, यहीं रहते थे। यहां रोजाना एक से डेढ़ क्विंटल मोमोज और स्प्रिंग रोल बनाए जाते थे। इन लोगों ने आस-पास के एरिया में ही अपने 18 अड्डे लगाए हुए थे, जहां इनके ही लोग खड़े होकर सामान बेचते थे। एक्टिवा और बाइक पर पूरे ट्राईसिटी में यहां से मोमोज-स्प्रिंग रोल सप्लाई करते थे। इनके ही कर्मचारी ने बताया था कि वो चंडीगढ़, पंचकूला और कालका तक माल पहुंचा कर आते हैं।