पटियालाः देश भर में दीवाली के पर्व को लेकर लोग असमंज की स्थिति में रहे। जहां कुछ लोगों ने कल दीवाली का पर्व मनाया तो कुछ लोग आज पर्व को मना रहे है। वहीं जिले के गुरुद्वारा श्री मोतीबाग साहिब में बीते दिन श्रद्धालुओं द्वारा गुरुद्वारा साहिब में लगाई मोमबत्तियों को सेवादारों द्वारा उठाकर एक तरफ गिराने को लेकर मामला गरमा गया। इस मामले की इंटरनेट मीटिया पर एक वीडियो भी वायरल हुई। हालांकि, गुरुद्वारा प्रबंधक इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते नजर आ रहे हैं।
बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर डाली गई वीडियो के साथ लिखा गया है कि श्रद्धालुओं द्वारा जब गुरुद्वारा साहिब में आस्था के चलते मोमबत्तियां लगाई गई, तो सेवादारों द्वारा मोमबत्तियों को बुझाकर एक दीवार के साथ गिरा दिया गया। जहां एक परिवार ने सेवादारों के इस कार्य को लेकर आपत्ति जताई। वहीं सेवादारों का कहना था कि मैनेजमेंट द्वारा उनकी ड्यूटी लगाई गई है।
इस मामले को लेकर जानकारों का कहना है कि इस मौके उक्त सेवादारों ने यह तर्क दिया कि बंदी छोड़ दिवस कल मंगलवार को है, तो यह मोमबत्तियां आज क्यों लगाई जा रही हैं। इसीलिए इन मोमबत्तियां को हटाया जा रहा है। हालांकि, दूसरी और गुरुद्वारा साहिब के इंचार्ज हरिंदर सिंह ने कहा कि उनके सेवादारों द्वारा ऐसा कोई काम नहीं किया गया, जिससे श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस लगी हो।
उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं द्वारा मोमबत्तियां लगाने के लिए मैनेजमेंट द्वारा स्पेशल ट्रे लगाई गई है, ताकि श्रद्धालु वहां मोमबत्तियां लगा सके। उन्होंने कहा कि ट्रे मोमबत्तियों से भर जाती है, हो सकता है कि गुरुद्वारा साहिब में सेवा करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं ने उस ट्रे को खाली किया हो, ताकि बाकी श्रद्धालुओं को मोमबत्तियां लगाने के लिए जगह मिल सके। उन्होंने कहा कि जो मोमबत्तियां बुझा रहे हैं, वह कर्मचारी नहीं हैं।