मोगाः जिला में गेहूं की खरीद सीजन के दौरान अनाज की खरीद और मंडियों में किसानों को कोई समस्या न हो, इसके लिए प्रशासन ने अभी से सख्त रुख अपना लिया है। सुचारू खरीद प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए डिप्टी कमिश्नर सागर सेतिया ने आज स्थानीय मीटिंग हॉल में ढोआ ढुलाई ठेकेदार, ट्रक यूनियनों, सिविल एवं पुलिस अधिकारियों, आढ़तियों और अन्य पक्षों के साथ बैठक की। इस बैठक में अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर चारूमिता और एसपी (स्थानीय) संदीप सिंह मंड विशेष रूप से उपस्थित थे।
ट्रक यूनियनों द्वारा अपने किसी निजी कारण से चुकाई का काम शुरू न करने को गंभीरता से लेते हुए डिप्टी कमिश्नर सागर सेतिया ने ढोआ ढुलाई ठेकेदार को दो टूक कहा कि वे या तो तुरंत चुकाई शुरू कर दें अन्यथा ब्लैकलिस्ट होने के लिए तैयार रहें। उन्होंने स्पष्ट किया कि खरीद प्रक्रिया में विघ्न डालने वाले प्रत्येक पक्ष के साथ कड़ाई से निपटा जाएगा। पंजाब सरकार और जिला प्रशासन यह सुनिश्चित करेंगे कि किसान को अपनी फसल मंडी में लाने, बेचने, चुकाई और समय पर भुगतान में किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
उन्होंने अडानी शैलरों में रोजाना 10 हजार मीट्रिक टन से अधिक गेहूं भेजने का निर्देश देते हुए शैलर प्रबंधकों को कहा कि वे यह सुनिश्चित करें कि ट्रक चालकों को ढुलाई के लिए लंबा इंतजार न करना पड़े। इस कार्य को सुनिश्चित करने के लिए जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक को एक निगरानी समिति गठित करने को कहा गया। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि साइलो में रोजाना सुबह 7 बजे से रात 11 बजे तक लुलाई का काम चलता रहना चाहिए। मंडियों में बोरदाना पहुंचने और भाव लगने के बारे में पूछे जाने पर पता चला कि मोगा मंडी में पहले दिन भाव नहीं लगे और निहाल सिंह वाला मंडी में बोरदाना नहीं पहुंचा। इसे भी गंभीरता से लेते हुए डिप्टी कमिश्नर ने तुरंत संबंधित खरीद इंस्पेक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी करने को कहा।
पूरे सीजन के दौरान कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए डिप्टी कमिश्नर ने मोगा पुलिस को रात में गश्त बढ़ाने और हर मंडी में 1 पक्का कर्मचारी तैनात करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी मंडी में कोई अनुचित स्थिति उत्पन्न होती है तो पुलिस कर्मचारी तुरंत उच्च अधिकारियों को सूचित करें और स्थिति को सामान्य बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होंगे। बता दें कि गेहूं की सरकारी खरीद की तिथि 1 अप्रैल से शुरू हो गई है। जिसके लिए जिला मोगा में भी खरीद प्रबंध पूरे जोरों पर हैं। जिला मोगा में इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में प्रति हेक्टेयर 56 क्विंटल से अधिक गेहूं की पैदावार होने की संभावना है। पिछले वर्ष यह पैदावार प्रति हेक्टेयर 56 क्विंटल दर्ज की गई थी।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि जिले की कुल 109 मंडियों में लगभग 7,35,000 मीट्रिक टन गेहूं आने की संभावना है। जिसके लिए समस्त खरीद एजेंसियों के बीच इन मंडियों का आवंटन कर दिया गया है। समस्त खरीद एजेंसियों के पास आवश्यक मात्रा में बोरदाना/गठ्ठे उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि रबी सीजन 2025-26 के दौरान खरीद का समय 31 मई, 2025 तक निर्धारित किया गया है। विभाग द्वारा 2425 रुपये प्रति क्विंटल मूल्य निर्धारित किया गया है।
उन्होंने कहा कि गेहूं की सरकारी खरीद के लिए जिला मोगा में 109 सरकारी खरीद केंद्र निर्धारित किए गए हैं, जिनमें खरीद प्रबंध पूर्ण किए जा चुके हैं। यदि जरूरत पड़ी तो अन्य अर्ज़ी मंडियां भी निर्धारित कर ली जाएंगी। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि जिला प्रशासन किसानों का एक-एक दाना खरीदने के लिए दृढ़ संकल्पित है। डिप्टी कमिश्नर द्वारा किसानों से सूखी गेहूं मंडियों में लाने की अपील करते हुए कहा कि गेहूं में 12 प्रतिशत से अधिक नमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने किसानों से गेहूं के नाड़ को आग न लगाने की भी अपील की।