लुधियानाः संगरूर में माता काली देवी मंदिर में गंजापन दूर करने के लिए एक संस्था की ओर से कैंप लगाया गया था। इस दौरान सिर पर तेल लगाने से करीब 20 लोगों की आंखों में संक्रमण हो गया। आंखों में दर्द से परेशान होकर लोग सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे, जहां डॉक्टरों की टीम ने उनका इलाज शुरू किया गया। इस दौरान जांच में सामने आया है कि इस कैंप के लिए प्रशासन से कोई मंजूरी नहीं ली गई थी। वहीं दूसरी ओर खन्ना में भी अब गंजेपन का कैंप लगाने के लिए सुबह 5 बजे से ही लोगों की लाइन लग गई थी। इस कैंप में पंजाब के अलावा हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश से भी लोग यहां पहुंचे थे।
जैसे ही कैंप की जानकारी विभाग को मिली तो उन्होंने तुरंत सैलून के खिलाफ एक्शन लिया। बताया जा रहा हैकि सेहत मंत्री के आदेशों पर खन्ना में गंजेपन का इलाज करने का दावा करने वाले जीटीबी मार्केट स्थित 9xO सैलून को सेहत विभाग ने सील कर दिया है। मामले की जानकारी देते हुए जिला सेहत अधिकारी डॉ रमन के अनुसार, जोनल लाइसेंसिंग ऑथोरिटी से संगरूर की घटना की जानकारी मिली थी। सेहत मंत्री ने इस मामले का संज्ञान लिया। अधिकारी ने कहा कि सिविल सर्जन को जोनल अफसर को कार्रवाई करने के आदेश दिए। दरअसल, सैलून में आर्युवेदिक प्रोडक्ट का इस्तेमाल किया जा रहा था। सेहत विभाग ने बताया कि जब सैलून मालिक या उनका प्रतिनिधि सामने आएगा, तब सैलून को खोलकर दवा के सैंपल लिए जाएंगे, तब तक सैलून सील रहेगा।
बता दें कि संगरूर में गंजेपन के कैंप में लोगों को आंखों की प्रॉब्लम हुई थी। इस मामले को लेकर एसडीएम चरणजोत सिंह वालिया ने कहा था कि कैंप प्रबंधकों ने कोई मंजूरी नहीं ली थी। लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने वालों पर कानूनी कार्रवाई होगी। जानकारी के मुताबिक, गंजापन दूर करने के लिए शहर के माता काली देवी मंदिर में कैंप लगाया गया था। इसमें संगरूर के साथ-साथ बरनाला और मानसा जिलों से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। सिर पर तेल लगाते ही लोगों के आंखों में सूजन आ गईं, आंखें लाल हो गईं और दर्द होने लगा। दर्द से पीड़ित लोग सरकारी अस्पताल भागे। आपातकालीन कक्ष में लोगों की संख्या लगातार बढ़ने लगी।