लुधियानाः पंजाब सरकार और उच्च अधिकारियों के दिशा-निर्देशों पर डीसीपी लॉ एंड ऑर्डर एवं ट्रैफिक प्रमिंदर सिंह भंडाल द्वारा लगभग 400 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के दल के साथ केंद्रीय जेल ताजपुर रोड लुधियाना में 5 घंटे से अधिक समय तक बहुत बारीकी से जांच की गई। इस दौरान केंद्रीय जेल अधीक्षक शिवराज सिंह भी उपस्थित थे। जहां डीसीपी भंडाल ने बताया कि जेल के अंदर कानून व्यवस्था बनाए रखने, नशे पर रोक लगाने और अन्य कई पहलुओं को ध्यान में रखकर यह जांच की गई है।
उन्होंने बताया कि यह पूरी तरह गुप्त और अचानक की गई ताकि बुरे तत्वों को बच निकलने का कोई मौका न मिले। जांच के दौरान पुरुष और महिला बैरकों की जांच लेडीज फोर्स द्वारा की गई। भंडाल ने बताया कि जांच के दौरान भले ही कोई गैरकानूनी वस्तु या नशीला पदार्थ बरामद नहीं हुआ है, पर इस तरह की अचानक जांच अपराधी प्रवृत्ति वाले व्यक्तियों के मन में डर पैदा करती है और वे अपराध करने से बचते हैं। उन्होंने बुरे तत्वों को चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह की अचानक जांच थोड़े-थोड़े अंतराल पर लगातार की जाती रहेगी ताकि जेल को वास्तव में सुधार गृह बनाया जा सके।
उन्होंने कैदियों से अपील की कि वे गैरकानूनी कार्य न करें बल्कि जेल के अंदर स्वयं को सुधारने का प्रयास करें ताकि वे सजा पूरी होने के बाद सम्मानजनक जीवन व्यतीत कर सकें। इस मौके पर उन्होंने जेल की बाहरी दीवारों, कैमरों और सुरक्षा का भी निरीक्षण किया और संतोष व्यक्त किया। उन्होंने जेल अधीक्षक शिवराज सिंह को कैदियों की नियमित मेडिकल जांच और बेहतर खान-पान संबंधी कुछ निर्देश दिए।