गांव पहुंचने पर रुही धीमान का ढोल नगाड़ों से स्वागत, बांटे लड्डू
पठानकोटः जिले की बेटी ने एक बार फिर मान बढ़ाया है। रूही धीमान जो भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर बनकर अपने गांव लौटी। दुनेरा पहुंचने पर रूही के परिजनों और गांवों के सरपंच, पंच व गणमान्य लोगों ने ढोल बजाकर और फूल मालाएं पहनाकर उनका स्वागत किया। रूही के फ्लाइंग ऑफिसर बनने की खुशी में दुनेरा के दुकानदारों ने लड्डू बांटे।
रूही धीमान ने बताया कि उन्होंने अपनी प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा हिमाचल प्रदेश के सुलियाली स्थित एक निजी स्कूल से प्राप्त की है। उन्होंने कन्या महाविद्यालय जालंधर से स्नातक की पढ़ाई पूरी की और वायुसेना कॉमन एडमिशन परीक्षा पास कर जुलाई 2023 में तेलंगाना राज्य के डुंडीगल में स्थित भारतीय वायुसेना अकादमी में शामिल हो गईं। 2 साल की ट्रेनिंग के बाद 16 जून को वह अभी घर पहुंची हैं।
रूही ने बताया कि उन्हें वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर बनने की प्रेरणा फ्लाइंग ऑफिसर अवनी चतुर्वेदी से मिली, जो मिग-21 बाइसन उड़ाने वाली भारत की पहली महिला फाइटर पायलट हैं। रूही धीमान के पिता राज कुमार ने कहा कि उनकी बेटी ने फ्लाइंग ऑफिसर बनकर उन्हें गौरवान्वित किया है और उन्हें अपनी बेटी की इस बड़ी उपलब्धि पर गर्व है।