पंचकूलाः एंटी करप्शन ब्यूरो, पंचकूला ने रिश्वत के आरोपों के चलते साइबर थाना, मनसा देवी कॉम्प्लेक्स में तैनात सिपाही प्रदीप कुमार को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को आज पंचकूला की माननीय अदालत में पेश किया जाएगा। एंटी करप्शन ब्यूरो के अनुसार, सिपाही प्रदीप कुमार के खिलाफ जांच के दौरान पर्याप्त साक्ष्य मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई है। मामला एक निजी व्यवसायी की शिकायत पर आधारित है, जो सैनेट्री ट्रेडिंग का काम करता है।
जानकारी देते हुए शिकायतकर्ता ने बताया कि फरवरी 2024 में उसने Muthoot Finance Company से गोल्ड लोन लिया था और फिर उस सोने को बेचकर लोन चुकता करने हेतु पंचकूला की कंपनी (सेक्टर-20) से संपर्क किया। उक्त कंपनी ने उसके खाते में 5,65,000 रुपये आरटीजीएस के जरिए भेजे, जिसके एवज में शिकायतकर्ता को सोना वापस लेकर कंपनी को देना था।
कंपनी ने बाद में उसके खिलाफ शिकायत साइबर थाना, गुरुग्राम में दर्ज करवा दी, जिसके आधार पर उसके और उसके परिचितों के बैंक खाते फ्रीज करवा दिए। बाद में यह शिकायत साइबर थाना, मनसा देवी कॉम्प्लेक्स, पंचकूला को स्थानांतरित कर दी गई थी। शिकायतकर्ता का आरोप है कि मामले के जांच अधिकारी एएसआई जसबीर सिंह ने उसके खाते को फिर से चालू करवाने की एवज में 2,50,000 रुपये की रिश्वत मांगी और इसी सिलसिले में 1,15,000 रुपये की पहली किस्त लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। इस मामले में 8 जुलाई 2025 को भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 7 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
तफ्तीश के दौरान यह खुलासा हुआ कि एएसआई जसबीर सिंह के साथ सिपाही प्रदीप कुमार भी शिकायतकर्ता से रिश्वत मांगने और देने के लिए दबाव बनाने में बराबर का सहभागी था। इस आधार पर अब प्रदीप कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की आगामी कार्रवाई जारी है।