अमृतसरः राजासांसी क्षेत्र में नगर पंचायत चुनावों को लेकर विवाद गरमा गया है। जहां कांग्रेस द्वारा अध्यक्ष चुने जाने को लेकर आप नेता द्वारा गंभीर आरोप लगाए जा रहे है। आप पार्टी के पंजाब संयुक्त सचिव गुरशरण सिंह छीना ने निजी होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि पिछले समय में पंजाब सरकार द्वारा नगर पंचायत राजासांसी का चुनाव कराया गया था, जिसमें आम आदमी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर 13 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ाई लड़ा था। अंतिम परिणामों में आम आदमी पार्टी से संबंधित 9 उम्मीदवार विजयी घोषित किए गए थे, जबकि भारतीय जनता पार्टी के 2 तथा कांग्रेस और अकाली दल के एक-एक सदस्य को जीत मिली थी।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों प्रदेश सरकार ने 17 अप्रैल 2025 को नगर पंचायत राजासांसी की अध्यक्षता चुनाव के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था। जिस दौरान नगर पंचायत के विजयी 13 पार्षद एसडीएम कार्यालय में उपस्थित थे। इसी दौरान एक पार्षद अरविंदर सिंह को विरोधी पक्ष द्वारा बहकाकर अपने साथ मिला लिया गया। और आम आदमी पार्टी के 8 सदस्य होने के बावजूद मौके पर चुनाव अधिकारी-कम-एसडीएम लोपोके द्वारा बहुमत होने के बावजूद आम आदमी पार्टी के पार्षदों की बात नहीं सुनी गई, जबकि 5 पार्षदों के साथ अरविंदर सिंह को अध्यक्ष चुना गया, जो कि संविधान का उल्लंघन है।
गुरशरण छीना ने नगर पंचायत राजासांसी के लिए घोषित 12 उम्मीदवारों में से विजयी 8 पार्षदों और 4 हारे हुए उम्मीदवारों को प्रेस के सामने प्रस्तुत करते हुए लोकतांत्रिक तरीके से नगर पंचायत राजासांसी का पुनः चुनाव कराने की मांग की है। इस अवसर पर उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और सम्पूर्ण आम आदमी पार्टी उच्च कमान से अपील की है कि नगर पंचायत राजासांसी की अध्यक्षता में हुई इस दबंगई और आम आदमी पार्टी के पार्षदों के बहुमत होने के बावजूद विरोधी पार्टी के उम्मीदवार को अध्यक्ष बनाए जाने की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाए। उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान से भी मुलाकात करेंगे।