संगरूरः एक तरफ जहां बाढ़ ने पंजाब के कई इलाकों को नुक्सान पहुंचाया है। वहीं अब दूसरी और किसानों की फसल पर चीनी वायरस का प्रकोप देखने को मिल रहा है। पंजाब के कई जिलों में धान की फसलों पर ‘चीनी वायरस’ का हमला देखने को मिला है। पटियाला और फतेहगढ़ साहिब के बाद अब यह वायरस संगरूर जिले में भी दस्तक दे चुका है। यहां के लाड्डी गांव में कई किसानों की फसलें इस वायरस की चपेट में आकर बर्बाद हो गई हैं।
‘चीनी वायरस’ नाम से पहचाने जा रहे इस संक्रमण के कारण धान के पौधे पूरी तरह विकसित नहीं हो पा रहे हैं। पौधे बौने रह जाते हैं, जिससे फसल की लंबाई और उत्पादन क्षमता दोनों पर असर पड़ता है। खेतों में लगी मेहनत और किसानों की कमाई दोनों पर इसका गहरा असर देखने को मिल रहा है।
गांव लड्डी में कई किसानों की फसल इस वायरस से प्रभावित हुई है। जानकारी देते किसान गुरजंत सिंह, जो 12 एकड़ जमीन पर खेती करते हैं, उनके 5 एकड़ खेत इस वायरस से प्रभावित हैं। वहीं, किसान राजवीर सिंह, जो खुद की 5 एकड़ जमीन और 55 एकड़ जमीन ठेके पर लेकर कुल 60 एकड़ पर खेती करते हैं, उनके करीब 20 एकड़ खेतों की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है।
राजवीर सिंह ने बताया, “हमने पूसा 44 किस्म की धान बोई थी। लेकिन जब हम कृषि विभाग के अधिकारियों के पास मदद के लिए पहुंचे, तो उन्होंने यह कह कर पल्ला झाड़ लिया कि पूसा 44 स्वीकृत किस्म नहीं है। उन्होंने खेत देखने तक की जहमत नहीं उठाई।”
किसान नेता जगतार सिंह लड्डी ने कहा कि कृषि विभाग की लापरवाही और किसानों की समस्याओं की अनदेखी के कारण आज यह स्थिति उत्पन्न हुई है। उन्होंने मांग की है कि सरकार तत्काल सर्वे करवाकर प्रभावित किसानों को मुआवजा दे।