कपूरथलाः पंजाब के पेरिस के रूप में जाने जाने वाला कपूरथला जिला सुर्खियों में है। क्योंकि राणा गुरजीत सिंह और उनके पुत्र द्वारा किए जा रहे बड़े-बड़े दावों को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। जहां राणा परिवार का कहना है कि उन्होंने कपूरथला का काफी विकास किया है। वहीं बेटे इंद्र प्रताप राणा सिंह द्वारा पिछले दिनों सेंट्रल से 220 करोड़ रुपये के फंड सुलतानपुर लोधी के लिए मुहैया कराने के दावे भी चर्चा का विषय बने हुए हैं। आम आदमी पार्टी के पंजाब दोआबा जोन के सचिव परमिंदर ढोट ने राणा परिवार के खिलाफ कहा कि कपूरथला के विकास के लिए राणा परिवार ने 23 साल की राजनीति में केवल 23 काम ही गिनाए हैं।
कपूरथला के व्यापार मंडल के प्रधान कवर इकबाल ने भी राणा परिवार पर तीखे कटाक्ष किए और कहा कि राणा परिवार को अपनी कामों के अनुसार बात करनी चाहिए। जहां राणा परिवार द्वारा प्रारंभिक सुविधाओं को अपने विकास के रूप में बताया जा रहा है, वहीं कपूरथला के निवासियों द्वारा राणा परिवार पर गंभीर आरोप भी लगाए जा रहे हैं। कपूरथला के आम लोगों ने कहा कि राणा परिवार ने कपूरथला के लोगों को बातों के सिवा कुछ नहीं दिया। इसी तरह इंद्र प्रताप ने भी सुलतानपुर लोधी के निवासियों को सड़कों और सीवरेज में उलझाकर रख दिया है।
उन्होंने कहा कि अगर आज सुलतानपुर लोधी के निवासियों से पूछा जाए कि उनकी सबसे बड़ी मांग क्या है, तो वे केवल यही कह रहे हैं कि सड़कों और सीवरेज की समस्या का हल कर दिया जाए। जहां लोगों द्वारा दिए गए टैक्स से विकास कार्य किए जाते हैं, वहीं आम नागरिक को प्रारंभिक सुविधाएं देना सरकार का फर्ज और नैतिक जिम्मेदारी भी है। लेकिन इसके बिल्कुल विपरीत राणा परिवार द्वारा प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार के अनुसार प्रारंभिक सुविधाओं को काम के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है।