बठिंडाः पंजाब में पिछले दिनों को बढ़ रही गर्मी से सड़कों पर सन्नाटा पसर गया है। हीट वेव के चलते बाजारों में भी रौनक कम हो गई है। वहीं भीषण गर्मी के कारण बच्चों के बीमार होने के मामले भी सामने आ रहे है। सरकारी अस्पताल में छोटे बच्चों के बीमार होने की संख्या में लगातार बढ़ौतरी हो रही है। जहां एक से 5 साल के बच्चे गर्मी के कारण ज्यादा बीमार हो रहे हैं। अधिकतर बच्चों को दस्त, पेट दर्द, जैसी समस्याएं हो रही हैं। ऐसे में सरकारी डॉक्टर ने छोटे बच्चों के माता-पिता से अपील की है कि तेज धूप में बच्चों को बाहर न निकाला जाए। डॉक्टर का कहना है कि इस समय तापमान 40 डिग्री से अधिक है।
उन्होंने बताया कि गर्मी के कारण बच्चे बहुत ज्यादा बीमार हो रहे हैं। ऐसे में बच्चों को अधिक पानी का सेवन करने की सलाह दी गई है। वहीं माता-पिता को बच्चों का ध्यान रखने की अपील की गई है। गर्मी से बचाव के लिए अधिक से अधिक तरल पदार्थों का सेवन जैसे सादा पानी, लस्सी, नींबू पानी, जूस, नारियल पानी, ओआरएस घोल आदि करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शरीर का उचित तापमान बनाए रखने के लिए तरल पदार्थ का सेवन बहुत जरूरी है। उन्होंने लोगों को दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच बिना आवश्यक कार्य के बाहर न निकलने की सलाह दी।
डॉक्टर ने बताया कि गर्मी और ‘लू’ का असर नवजात शिशुओं, गर्भवती महिलाओं, खुली हवा में काम करने वाले मजदूरों, किसानों, बेघर लोगों, सड़क किनारे और फुटपाथ पर रहने वाले लोगों और बाहर जोरदार व्यायाम करने वाले एथलीटों पर अधिक हो सकता है। इसलिए बिना किसी जरूरी काम के लोग घरों से बाहर न निकले। इसलिए उन्हें अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। गर्मी के कारण अगर कोई स्वास्थ्य समस्या हो तो स्वास्थ्य विभाग के हेल्पलाइन नंबर 104 पर संपर्क किया जा सकता है या नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर डॉक्टर से परामर्श लिया जा सकता है।