अमृतसरः अजनाला के गांव कमीरपुरा का पुल 7 सालों से सपना बनकर अधूरा दिखाई दे रहा है। दरअस, कई वर्षों से अधूरा खड़ा नया पुल लोगों के जीवन के लिए खतरा बना हुआ है। 7 साल बीत जाने के बावजूद भी यह पुल पूरा नहीं हो सका। आसपास के 12 से ज्यादा गांवों के लोग रोजाना परेशानियों का सामना कर रहे हैं। पास बना लोहा का अस्थायी पुल अब गिरने के कगार पर है। गांव निवासी डर-दर से उस पुल से गुजरते हैं कि पता नहीं कब कोई बड़ा हादसा हो जाए। पहले भी यहां कई दुखद घटनाएं घट चुकी हैं।
कुछ साल पहले स्कूल के बच्चों के साथ हुआ हादसा आज भी लोगों के दिलों में डर की तरह बना हुआ है। उस वक्त कई बच्चे डूब गए थे और कई परिवारों के लोगों की जान भी चली गई है। किसानों को अपनी फसलें बाजार तक ले जाने के लिए अतिरिक्त किलोमीटर का सफर करना पड़ता है। ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और भारी गाड़ियों को घूम-फिरकर जाना पड़ता है जिससे समय भी लगता है और खर्चा भी बढ़ता है।
लोगों का कहना है कि सरकार की बड़ी बातें के बावजूद ग्रामिण स्तर पर आम जनता की मुश्किलें किसी को नजर नहीं आतीं। गांव वासियों ने कहा कि अगर यह पुल पूरा हो जाए तो उनकी जिंदगी आसान हो सकती है। लेकिन ठेकेदार की निकम्मी कार्यक्षमता ने सारे सपनों को तोड़ दिया है। 7 सालों में पुल का अधूरा रहना लोगों की भावनाओं के साथ खेल है। बच्चों की शिक्षा, बीमारों को अस्पताल ले जाना और किसानों का रोजाना काम सहित सब कुछ प्रभावित हो रहा है।
इस मामले को लेकर गांव वासियों ने सरकार और प्रशासन से अपील की है कि ठेकेदार खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और तुरंत पुल को पूरा किया जाए। लोगों का कहना है कि अब उनका धैर्य खत्म हो रहा है। वे चाहते हैं कि बच्चों और बुजुर्गों की जान के साथ और खेल ना खेली जाए। वहीं एसडीएम रविंदर सिंह अरोड़ा ने लोगों को भरोसा दिलाया है कि कमीरपुरा पुल जल्दी पूरा करवाया जाएगा।