लुधियानाः जिले में नशा तस्करी मामले में वांछित चल रहे भाजपा कार्यकर्ता ने भाई व साथियों के साथ मिलकर जीआरपी पुलिक की एक टीम पर हमला कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार भाजपा कार्यकर्ता की सूचना जीआरपी पुलिस को मिल गई थी और जब वह उसके पकड़ने लगी तो भाजपा कार्यकर्ता राजिंदर कुमार भाटिया ने भागने के दौरान पुलिस टीम पर हमला कर दिया। इस दौरान पुलिस ने आरोपी को काबू कर लिया, लेकिन भाई के साथ उसके साथी भागने में कामयाब हो गए। आरोपी की पहचान राजिंदर कुमार भाटिया उर्फ टीटा निवासी नरिंदर नगर के रूप में हुई।
जबकि राजिंदर का भाई बावा भाटिया, बिट्टू भाटिया, हीरा भाटिया और 15 सहयोगी फरार हैं। बताया जा रहा हैकि राजिंदर भाटिया बीमार होने के कारण पुलिस ने उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया है। जीआरपी पुलिस स्टेशन के थाना प्रभारी जतिंदर ने बताया कि आरोपी को काबू करने लिए गुप्त सूचना के आधार पर उनकी टीम के साथ नरिंदर नगर के घर पर छापेमारी की। इस दौरान आरोपी ने साथियों के साथ मिलकर पुलिस टीम पर हमला कर दिया। थाना प्रभारी जतिंदर ने बताया कि जीआरपी की टीम ने 19 जुलाई को उत्तर प्रदेश निवासी राजपाल को नशीली दवाओं की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था और उसके कब्जे से 1 किलो अफीम बरामद की थी।
उसने भाटिया को एक महीने में कम से कम 8 किलो अफीम पहुंचाने का दावा किया था। जांच के दौरान जीआरपी को राजिंदर कुमार भाटिया उर्फ टीटा और उसके सहयोगी वरुण के साथ उसकी कॉल, बैंक लेनदेन का पता चला। जीआरपी ने उन्हें मामले में नामजद कर लिया। जब पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की तो आरोपियों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। पुलिस मुताबिक टीटा की जमानत अर्जी अदालत पहले ही खारिज कर चुकी है।
मामले की जांच कर रहे एएसआई गुरमेल सिंह ने कहा कि धारा 262 (किसी व्यक्ति द्वारा उसकी कानूनी गिरफ्तारी का विरोध या बाधा), 263 (किसी अन्य व्यक्ति की कानूनी गिरफ्तारी का विरोध या बाधा), 62 (अपराध करने का प्रयास) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। इंस्पेक्टर जतिंदर सिंह की शिकायत के बाद डिवीजन नंबर 3 पुलिस स्टेशन में आरोपी के खिलाफ धारा 132 (लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल को शामिल करना) और बीएनएस की धारा 221 दर्ज की गई है। उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। आरोपी को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद गिरफ्तार कर लिया जाएगा।