पटियालाः पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर शुक्रवार को किसान नेता राकेश टिकैत पहुंचे और आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात की। उन्होंने डल्लेवाल का हाल-चाल जाना। पूरे देश को डल्लेवाल की सेहत की चिंता है। मीडिया से बात करते हुए टिकैत ने कहा कि सिख कौम शहीदी से नहीं डरती। इससे पहले भी सिख कौम ने कुर्बानियां दी हुई है। इस समय आंदोलन से ज्यादा डल्लेवाल की सेहत की चिंता है।
इस दौरान इस अनशन को डल्लेवाल नहीं तोड़ने वाले। जब तक पूरे देश का किसान एकजुट नहीं होता समाधान नहीं होगा। वहीं सरकार से किसानों से बैठकर बातचीत करने की अपील की। उन्होंने कहा कि पिछले 13 महीन आंदोलन चला, सरकार ने उस दौरान भी किसानों की एक ना सुनी। किसानों की मांगों को लेकर जल्द एसकेएम को भी साथ चलने की टिकैत ने अपील की।
राकेश टिकैत ने कहा कि अगर किसानों की मांगें पूरी नहीं हुईं, तो दिल्ली को केएमपी (कुंडली-मानेसर-पलवल) एक्सप्रेसवे से घेरने की रणनीति अपनानी होगी। टिकैत ने कहा कि इसके लिए 4 लाख से अधिक ट्रैक्टरों की आवश्यकता होगी। उन्होंने सभी किसान संगठनों से संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल होकर आंदोलन की नई रणनीति तैयार करने का आह्वान किया। राकेश टिकैत ने खनौरी बॉर्डर पर किसानों के साथ संवाद किया और उनके समर्थन का आश्वासन दिया। टिकैत दोपहर 2 बजे तक खनौरी बॉर्डर पर किसानों के बीच मौजूद रहे और उनकी मांगों व आंदोलन को मजबूत करने के लिए चर्चा की।