अमृतसरः शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधंक कमेटी (एसजीपीसी) पर भाई मोहकम सिंह ने 328 पवित्र स्वरूपों के मामले आज गंभीर आरोप लगाए। दरअसल, पंथिक नेताओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सिख नेता भाई मोहकम सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि 328 पवित्र स्वरूपों का मामला किसी एक व्यक्ति, परिवार, पार्टी या संगठन का नहीं है, बल्कि यह पूरे सिख समुदाय का राष्ट्रीय मुद्दा है। भाई मोहकम सिंह ने कहा कि दुनियां के किसी भी कोने में रहने वाला हर सिख यह जानना चाहता है कि 328 पवित्र स्वरूप कहां गायब हुए और आज वे किस हाल में हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने लंबे समय तक इस मुद्दे को दबाने की कोशिश की और इंसाफ मांग रहे पंथिक नेताओं को डराया-धमकाया गया। उन्होंने कहा कि यह पैसों का मामला नहीं है, क्योंकि गुरु का सिख गुरु की गोलक में कुछ भी समर्पित कर सकता है, लेकिन समस्या गुरु ग्रंथ साहिब महाराज के सम्मान की है।
पंथिक नेताओं ने आरोप लगाया कि मौजूदा शिरोमणि कमेटी की नेतृत्व खुद ही आरोपों के घेरे में है और फिर खुद ही वकील और जज बन बैठी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भाई मोहकम सिंह ने केंद्र सरकार से मांग की गई कि शिरोमणि कमेटी के तत्काल चुनाव कराए जाएं ताकि नई और भरोसेमंद नेतृत्व सामने आ सके। साथ ही मांग की गई कि 328 पवित्र स्वरूपों के मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को कड़ी सजा मिले। पंथिक नेताओं ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि खालसा पंथ इस मामले पर कभी भी चुप नहीं रहेगा और इंसाफ मिलने तक संघर्ष जारी रहेगा।