लुधियानाः जिले में थाना हैबोवाल के अधीन आते गांव गौसगढ़ में घरेलु विवाद को लेकर बेटी को उसके ससुराल से वापस ला रहे परिवार की कार पर कुछ लोगों ने ईंटों से हमला कर दिया। परिवार का आरोप है कि उक्त हमलावारों ने हवा में फायरिंग भी की है। आरोप है कि उनके दामाद ने साथियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया है। वह लोग किसी तरह बचकर वहां से घर पहुंचे तो देर रात उन लोगों ने उनके घर पर ही भी हमला कर दिया। पीड़ितों ने पुलिस को भी शिकायत दर्ज करवाई है।
हमलावरों ने घर के बाहर खड़ी 2 कारों व एक ऑटो के शीशे तोड़ डाले और धमकियां दी। कुछ घंटों बाद हमलावरों ने इसी तरह वारदात की और घर पर पथराव किया। परिवार वालों का आरोप है कि उन लोगों ने कई गोलियां भी चलाई है। सूचना मिलने पर थाना हैबोवाल की पुलिस मौके पर पहुंच गई और जांच शुरू कर दी। रणवीर सिंह ने बताया कि जस्सियां के रहने वाले है। उसकी बहन संदीप कौर की शादी डेढ़ साल पहले गांव गौसगढ़ के रहने वाले से हुई थी। उसका कहना है कि एक सप्ताह पहले उसकी बहन के ससुर की मौत हुई थी। 2 दिन पहले उसके ससुर का भोग हुआ था। इस दौरान उन्होंने भी अपनी हैसियत से लेन-देन किया। उनका कहना है कि इसी बात को लेकर उसका जीजा, उसकी बहन से झगड़ा करने लगा कि उन लोगों ने लेन-देन कोई सोने की चीज नहीं दी।
कर्णवीर का कहना है कि उसकी बहन का रोते हुए फोन आया। बहन ने बताया कि उसका पति और बाकी ससुराल वाले उससे मारपीट कर रहे है। उसके पति ने उसका गला तक दबाने की कोशिश की है। उसकी बहन ने उसे ससुराल से ले जाने के लिए कहा। अगर वह उसे नहीं लेकर जाते तो वह लोग उसे जान से मार देंगे। बहन को लेने वह गौसगढ़ में उसके ससुराल चले गए। उन्होंने जाते ही बहन और उसके डेढ़ साल के बेटे को गाड़ी में बैठाया और घर की तरफ चल दिए। रास्ते में ही उनके दामाद ने अपने साथियों समेत उन्हें घेर लिया और उनकी गाड़ी पर पथराव किया। उसका आरोप है कि इस दौरान आरोपियों ने फायरिंग भी की। वहां से थाना हैबोवाल में गए और इस गुंडागर्दी के बारे में लिखित शिकायत दी है।
शिकायत के बाद वह लोग घर पहुंचे। वह सभी लोग घर में मौजूद थे, कि उनके दामाद ने अपने साथियों समेत हमला कर दिया। उन लोगों ने पथराव किया और घर के बाहर खड़ी 2 कारों व एक ऑटो के शीशे तोड़ डाले। कर्णवीर का आरोप है कि इस दौरान आरोपियों ने हवाई फायर भी किए। उन्होंने तुरंत इस बारे में पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना दी। लेकिन पी.सी. आर दस्ते के पहुंचने से पहले ही आरोपी फरार हो गए। उधर, पुलिस का कहना है कि अभी गोलियां चलने की बात सामने नहीं आई है। आस-पास के सी.सी.टी.वी कैमरे खंगाले जा रहे हैं।