पठानकोटः राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार को रोकने के लिए कुछ दिन पहले बड़े कदम उठाए थे। जिसके चलते विजिलेंस की टीम ने आरटीओ कार्यालय में छापेमारी कर कई दस्तावेज जब्त किए थे। आरटीओ कार्यालय में एजेंट के तौर पर काम कर रहे लोगों से पूछताछ भी की गई थी। लेकिन आरटीओ कार्यालय का एक और विंग है जहां पर मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर द्वारा वाहनों को पास किया जाता है ताकि देखा जा सके कि वाहन चलने लायक है या नहीं।
लेकिन यहां एजेंटों का बड़ा घोटाला सामने आ रहा है। बता दें कि वाहन पास करवाने के लिए सुविधा केंद्र में जाकर वहां पर बकाया फीस जमा करवानी पड़ती है। उसके बाद वाहन को मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर को सौंप दिया जाता है। उन्हें खुद सामने पेश होकर वाहन पास करवाना पड़ता है, लेकिन जब हमारी टीम मौके पर पहुंची तो अपने वाहन पास करवाने आए लोग यह कहते नजर आए कि उन्होंने सुविधा सेंटर में कोई फीस जमा नहीं करवाई है।
उनके वाहन को एजेंट द्वारा पास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर वह सीधे आते हैं, तो उनका काम नहीं होता। वहीं जब इस संबंध में मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि लोग सुविधा सेंटर में जाकर फीस जमा करवाते हैं, उसके बाद उनके वाहन यहां पास किए जाते हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि लोगों की मानें तो वह एजेंट को पैसे देते हैं और अगर एजेंट को पैसे दिए जा रहे हैं तो मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं?