श्री गुरु हरिकृष्ण साहिब जी के प्रकाश पर्व पर संगत को हैड ग्रंथी ने दिया पवित्र उपदेश
अमृतसरः श्री गुरु हरिकृष्ण साहिब जी के पावन प्रकाश पर्व के पवित्र दिन सचखंड श्री हरिमंदर साहिब में सम्मानपूर्वक समारोह मनाया गया। इस अवसर पर श्री दरबार साहिब के हैड ग्रंथी सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह ने संगत को बधाइयां दीं और गुरु जी के जीवन से मिलने वाली शिक्षाओं को अमल में लाने की अपील की।
ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि गुरु हरिकृष्ण साहिब जी केवल कम उम्र में ही गुरुता गद्दी पर विराजमान हुए थे, जिससे यह सीख मिलती है कि गुरमत में उम्र की कोई सीमा नहीं होती, सेवा और संकल्प ही महत्वपूर्ण हैं। इस दौरान गंभीर विषय यह था कि दरबार साहिब को एक बार फिर ईमेल के जरिए धमकी मिली है। हैड ग्रंथी ने कहा कि यह साफ दर्शाता है कि यह कोई अकेली हरकत नहीं, बल्कि एक बड़ी साज़िश की कड़ी हो सकती है। भले ही कई दोषियों को पकड़ लिया गया है, लेकिन धमकी भरी ईमेलों का आना बंद नहीं हुआ है।
सिंह साहिब ने अमृतसर से एमपी गुरजीत सिंह औजला द्वारा दरबार साहिब के बाहर SIAF लगाने की मांग को निंदनीय बताया। उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि कांग्रेस अभी भी अपने 1984 से सबक नहीं सीख पाई है। गुरु घर की रक्षा सिख समुदाय स्वयं करने की क्षमता रखता है। सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी बाहरी खतरे रोकने की होनी चाहिए, लेकिन आंतरिक मामलों में दखल देना अनुचित है। हैड ग्रंथी ज्ञानी रघबीर सिंह ने अपील की कि पूरी संगत गुरु साहिब के उपदेशों को अमल में लाते सामाजिक बुराइयों को जड़ से खत्म करने में अपनी भूमिका निभाए।