अमृतसरः जिले के थाना घरिंडा के अंतर्गत आते गांव जठौल में जिला प्रशासन और देहाती पुलिस द्वारा नशा तस्करी से कमाए गए काले धन से बनी डेढ़ करोड़ रुपए की कोठी पर आज पीला पंजा चलाकर उसे तोड़ा गया। यह कार्रवाई देहाती पुलिस ने नशे के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत की है। मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी देहाती मनिंदर सिंह ने बताया कि नशा तस्कर गुरप्रीत सिंह उर्फ बिल्ला, निवासी गांव जठौल, लंबे समय से नशा तस्करी कर रहा था। उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं में 6 मुकदमे दर्ज हैं।
इनमें एनडीपीएस एक्ट के कमर्शियल क्वांटिटी वाले केस और साथ ही अफिशियल सीक्रेट्स एक्ट के तहत पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का मामला भी शामिल है। एसएसपी ने बताया कि गुरप्रीत बिल्ला पाकिस्तानी तस्करों से हेरोइन मंगवाता था और हालिया कार्रवाई के दौरान जम्मू में 36 किलो हेरोइन बरामद की गई थी, जहां 3 पाकिस्तानी नागरिक एनकाउंटर में मारे गए थे। इस समय गुरप्रीत बिल्ला जम्मू जेल में बंद है। पुलिस के मुताबिक, बिल्ला ने नशे की काली कमाई से सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करके यह कोठी तैयार की थी। जिला प्रशासन द्वारा कब्जे की पुष्टि होने पर देहाती पुलिस की मदद से इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
एसएसपी मनिंदर सिंह ने कहा कि हमारे लिए नशे के खिलाफ लड़ाई केवल कानूनी कार्रवाई नहीं, यह सामाजिक जिम्मेदारी भी है। जो लोग नशे के जरिए पंजाब के युवाओं को गुमराह करते हैं और काली कमाई से महल खड़े करते हैं, उन्हें कतई बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि बिल्ला के साथ-साथ इसके साथियों और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ भी अलग-अलग FIR दर्ज हैं। एसएसपी ने कहा कि अमृतसर देहाती पुलिस लगातार नशे के माफिया, तस्करों और उनके सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है और इस मुहिम को और तेज किया जाएगा। गांव जठौल में तोड़ी गई कोठी का सारा कब्जा सरकार के नाम पर दर्ज कर दिया गया है।