अमृतसरः पुलिस ने क्राइम की वारदातों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अमृतसर बाईपास पर एक आरोपी का एनकाउंटर किया है। इस दौरान आरोपी के कब्जे से हथियार बरामद किएहैं। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि यह मामला बेहद संवेदनशील था और शुरू से ही लोगों में सनसनी फैली हुई थी। उन्होंने बताया कि एफआईआर नंबर 12 के तहत दर्ज मामले में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या की गई थी।
इस घटना से जुड़े 3 मुख्य आरोपियों में से रजत उर्फ बबर, आदित्य कुमार और सिद्धांशु शर्मा उर्फ ब्राह्मण को दाना मंडी बटाला से गिरफ्तार किया गया। बटाला पुलिस ने इस कार्रवाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। तीनों आरोपियों से पूछताछ के बाद बले गांव से 3 हथियार बरामद किए गए, जिनमें 30 बोर, 32 बोर और 45 बोर के पिस्टल शामिल हैं। कमिश्नर ने खुलासा किया कि इस हत्या के पीछे पुरानी रंजिश थी। इससे पहले भी एफआईआर नंबर 24 में हरप्रीत उर्फ गंजा के भाई गुरप्रीत नामक व्यक्ति की हत्या हो चुकी थी।
दोनों पक्षों के बीच पहले गहरी दोस्ती का रिश्ता था, लेकिन बाद में रंजिश के कारण टकराव बढ़ गया। इसी रंजिश ने नई हत्या को जन्म दिया। घटना के दौरान जब पुलिस टीम ने आरोपियों को वापस गाड़ी की ओर ले जाने की कोशिश की तो मुख्य आरोपी सिद्धांशु ने मुकाबला करने की कोशिश की। इस पर पुलिस के सीनियर कांस्टेबल गुरऐकबाल ने खुद रक्षा (सेल्फ डिफेंस) में गोली चलाई, जो आरोपी की टांग पर लगी।
घायल हालत में उसे गुरु नानक अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि मुख्य गोलीबारी सिद्धांशु ने की थी और वही इस मामले का प्रधान आरोपी है। बाकी दो आरोपियों की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही। हालांकि और दो व्यक्तियों की भागीदारी सामने आई है, जिनकी गिरफ्तारी शेष है। पुलिस ने बताया कि हथियार कहाँ से आए और अन्य साथियों की संलिप्तता के बारे में गहन जांच जारी है।